ओटावा। दिल्ली धमाके की जांच में जुटी एजेंसियों की अमेरिकी विदेश मंत्री (Americi Foriegn Minister) ने तारीफ की है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubiyo) ने कनाडा में आयोजित जी7 विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हमने मदद की पेशकश की है, लेकिन मेरा मानना है कि वे (भारतीय जांच एजेंसियां) बहुत सक्षम हैं। उन्हें हमारी मदद की जरूरत नहीं है और वे शानदार काम कर रहे हैं।
अमेरिकी दूतावास ने जताया शोक
इससे पहले अमेरिकी दूतावास ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया। भारत में अमेरिका के राजदूत सर्जियो गोर ने 11 नवंबर को ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, दिल्ली में हुए भयानक विस्फोट में जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
जयशंकर-रुबियो की द्विपक्षीय बैठक
विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jayshankar) ने कनाडा में जी7 बैठक के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों नेताओं ने व्यापार, सप्लाई चेन, यूक्रेन युद्ध, मध्य पूर्व की स्थिति और भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा की। जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, दिल्ली विस्फोट में हुई जानहानि पर उनकी (रुबियो की) संवेदनाओं की सराहना करता हूं। हमने द्विपक्षीय संबंधों, व्यापार और सप्लाई चेन पर चर्चा की। साथ ही यूक्रेन संकट, पश्चिम एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के हालात पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
दिल्ली में बढ़ाई गई सुरक्षा, जांच जारी
विस्फोट के बाद से दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी संभावित आतंकी लिंक की जांच कर रही हैं। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, यह विस्फोट लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक कार में हुआ था। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने भी कहा कि वाशिंगटन इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
भीषण धमाके में 12 की मौत, दर्जनों घायल
उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट की जानकारी में हैं। हम स्थिति पर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं और आवश्यक होने पर वाणिज्यिक सहायता देने के लिए तैयार हैं। वर्तमान में जांच जारी है और सुरक्षा एजेंसियां सभी पहलुओं पर गौर कर रही हैं। देशभर से इस घटना की निंदा हो रही है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएँ व्यक्त की जा रही हैं। बता दें कि मार्को का यह बयान उस समय आया है जब 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास एक भीषण विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए थे।
साजिश की तह तक पहुंचने में जुटी एजेंसियां
विस्फोट के बाद से सुरक्षा एजेंसियों ने बड़े पैमाने पर जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीमें और आतंकवाद-रोधी इकाइयां लगातार घटनास्थल से साक्ष्य जुटा रही हैं ताकि हमले के पीछे की साजिश और जिम्मेदार लोगों का पता लगाया जा सके।
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