उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय एक बार फिर अपने चर्चित बयान को लेकर विचार-विमर्श में हैं। अजय राय ने हाल ही में कहा कि वे राफेल विमान पर नींबू-मिर्च लटकाने के बयान पर आज भी स्थापित हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका मकसद भारतीय सेना का अपमान करना नहीं था बल्कि उन्होंने सांकेतिक प्रश्न उठाया था।
“राफेल को सजाने के लिए नहीं, इस्तेमाल के लिए लाए हैं”
अजय राय ने कहा कि जब उन्होंने यह बात कही थी, तब उनका उद्देश्य यह था कि राफेल जैसे अत्याधुनिक युद्धक विमान को सिर्फ धार्मिक या प्रतीकात्मक रीति-रिवाज से न जोड़ा जाए, बल्कि उसका उपयोग पाकिस्तान और आतंक के विरुद्ध हो।
उनके मुताबिक, “मैंने पूछा था कि क्या राफेल केवल नींबू-मिर्च लटकाने के लिए लाया गया है? इसका जवाब है नहीं। इसका इस्तेमाल हो रहा है और हम सेना को बधाई देते हैं।”
बीजेपी ने लगाया सेना के अपमान का आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने अजय राय के बयान को सेना का अपमान करार दिया और उन पर राष्ट्रीय हिफ़ाज़त से खिलवाड़ करने का इलज़ाम लगाया। बीजेपी प्रवक्ताओं ने दावा किया कि इस तरह के बयानों से सेना का मनोबल गिरता है।
पाकिस्तान में शेयर हुआ अजय राय का वीडियो
अजय राय द्वारा एक खिलौना विमान पर नींबू-मिर्च लटकाकर दिए गए बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और पाकिस्तान में भी इसे प्रचारित किया गया। इसके बाद वाराणसी के चेतगंज थाने में उनके विरुद्ध शिकायत प्रविष्ट हुई जिसमें उन पर राष्ट्रीय एकता को हानि पहुंचाने और अफवाह फैलाने का इलज़ाम लगा।
अजय राय कांग्रेस: अजय राय ने दी सफाई
इन आरोपों पर सफाई देते हुए अजय राय ने कहा, “मैंने जो कहा था वो देश की हिफ़ाज़त के हित में था। अब जब राफेल का प्रभावी इस्तेमाल हुआ है और सेना ने पाकिस्तान को जवाब दिया है, तो मैं हिंदुस्तान की सेना को सलाम करता हूं।”
उन्होंने कहा कि उनका बयान सेना के विरुद्ध नहीं था, बल्कि केंद्र गवर्नमेंट की राजनीतियाँ पर सवाल था।