आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले (Anantapur district) में एक बच्ची की खौलते दूध के बर्तन में गिरने से मौत हो गई। बच्ची बिल्ली का पीछा करते करते गई और गलती से दूध के बर्तन में गिर गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
अनंतपुर: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के अनंतपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां कोर्रापाडु गांव में उबलते दूध के बर्तन में गिर जाने से एक बच्चे की मौत हो गई। यह घटना एक गुरुकुल विद्यालय की बताई जा रही है। वहीं बच्ची की उम्र महज 16 महीने थी। जानकारी के मुताबिक बच्ची की मां स्कूल में सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करती है। वहीं बच्ची स्कूल में ही एक बिल्ली का पीछा करते करते दूध के बर्तन के पास चली गई और गलती से उसमें गिर गई। घटना के बाद आनन-फानन में बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
तीन दिन इलाज के बाद हुई मौत
अनंतपुर ग्रामीण पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) टी वेंकटसुलु ने घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये घटना 20 सितंबर की है। यहां एक बच्ची बिल्ली का पीछा करते हुए विद्यालय के रसोई घर में चली गई और वहां उबलते हुए दूध के बर्तन में गिर गई। उन्होंने बताया, “गुरुकुल में उबले हुए दूध के बर्तन में गलती से गिरने वाली 16 महीने की बच्ची की 23 सितंबर को मौत हो गई।” उन्होंने बताया कि घटना में गंभीर रूप से झुलसने के बाद बच्ची को स्थानीय सरकारी जनरल अस्पताल (जीजीएच) ले जाया गया था, उसके बाद उसे कुरनूल के एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया।
विद्यालय में काम करती थी बच्ची की मां
अधिकारी ने बताया कि तीन दिन तक उपचार के बाद बच्ची ने 23 सितंबर को दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि बच्ची की मां चल्ला कृष्णावेनी स्कूल में सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करती हैं। घटना के समय वह कॉफी बनाने के लिए रसोई में गई थीं। अपनी बेटी की चीखें सुनकर, वह उसे बचाने दौड़ीं, उसके जले हुए हिस्से पर पानी डाला और जीजीएच अस्पताल पहुंचाया। इस बीच, पुलिस ने भारतीय न्याय सहिंता (बीएनएस) की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
गर्म दूध गिरने का क्या मतलब है?
यह मान्यता पुरानी पीढ़ियों से चली आ रही है कि जब दूध उफन या उबाल आकर चूल्हे पर गिरता है, तो यह घर में अनचाहे संकट और अशांति का संकेत देता है. बुजुर्गों का कहना है कि दूध का गिरना कलह, विवाद और धन की हानि का संकेत हो सकता है।
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