Tirupati Child Labour: आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में एक दिल दहला देने वाली हादसा सामने आई है। गुडूर मंडल के चावतापलेमना गांव की एक आदिवासी महिला अंकम्मा ने आर्थिक मजबूरी में आकर अपने 9 सालाना बेटे वेंकटसुलु को एक बत्तख कारोबारी के पास गिरवी रख दिया।
उसने बत्तख चराने (Feeding Ducks) के बदले में अग्रिम राशि ली थी, लेकिन वक्त पर पैसा न चुका पाने के कारण बेटे को वहीं मजदूरी करने के लिए छोड़ना पड़ा।
बीमारी से हुई मौत, व्यापारी ने दबाया मामला
वेंकटसुलु की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। सत्यवेदु के व्यापारी मुथु ने उसे कांचीपुरम के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया, लेकिन चिकित्सा के समय बच्चे की मृत्यु हो गई।
मुथु ने यह बात न तो उसकी मां को कहा और न ही पुलिस को खबर दी। उसने लाश को गुपचुप तरीके से दफना दिया।
मां की शिकायत पर खुली घटना, पुलिस ने की कार्रवाई
Tirupati Child Labour: कई महीनों तक बेटे से संपर्क न होने पर मां अंकम्मा ने पुलिस से शिकायत की। पड़ताल में जब मुथु और उसके कुटुंब से पूछताछ की गई, तब जाकर सच सामने आया।
पुलिस ने चिकित्सालय पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज और डॉक्टरों के बयान के आधार पर पुष्टि की कि लड़के की मृत्यु चिकित्सा के वक्त हुई थी।
आरोपी व्यापारी, उसकी पत्नी और बेटे गिरफ्तार
सत्यवेदु पुलिस ने मुथु, उसकी पत्नी और बड़े बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया। उन पर बंधुआ मजदूरी, बाल श्रम, मानवाधिकार उल्लंघन समेत कई गंभीर धाराओं में केस प्रविष्ट किया गया है।
शव का पोस्टमार्टम, न्याय की मांग
वेंकटसुलु का लाश बरामद कर चांगल पट्टू चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराया गया है। स्थानीय लोगों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि अभियुक्त को सख्त सजा दी जाए और पीड़ित कुटुंब को आर्थिक सहायता दी जाए।