हाई प्रोफाइल मीटिंग में उठा सवाल
नई दिल्ली: भारत में ऐपल(Apple) की बिक्री ने नया रिकॉर्ड बना लिया है। वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी की बिक्री 9 अरब डॉलर यानी करीब 79 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इस सफलता के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीईओ टिम कुक(Tim Cook) से सवाल किया कि कंपनी अमेरिका में कितना निवेश करेगी। यह बहस व्हाइट हाउस में हुई हाई प्रोफाइल मीटिंग के दौरान सामने आई, जिसमें गूगल के सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट(Microsoft) के सत्या नडेला जैसे बड़े नेताओं ने भी हिस्सा लिया।
ट्रंप का दबाव और कुक का जवाब
ट्रंप ने साफ कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ऐपल(Apple) अमेरिका में भारी निवेश करेगी। उनके सवाल पर टिम कुक ने बताया कि कंपनी लगभग 600 अरब डॉलर का निवेश करने जा रही है। उन्होंने राष्ट्रपति की नीतियों की तारीफ करते हुए कहा कि इससे अमेरिका में इनोवेशन और विकास का माहौल मजबूत हो रहा है।
इससे पहले भी ट्रंप ने कई बार इशारा किया था कि वह चाहते हैं कि आईफोन का निर्माण भारत में न होकर अमेरिका में ही हो। फरवरी 2025 में उन्होंने कहा था कि ऐपल को 500 अरब डॉलर का निवेश अमेरिका में ही करना चाहिए। इस संदर्भ में व्हाइट हाउस की यह चर्चा बेहद अहम मानी जा रही है।
भारत में बढ़ रहा ऐपल का दांव
ऐपल चीन पर अपनी निर्भरता घटाने के लिए भारत में प्रोडक्शन का विस्तार कर रही है। कंपनी की योजना अगले कुछ वर्षों में वैश्विक आईफोन उत्पादन का 25 प्रतिशत भारत में करने की है। यह रणनीति भारत को उसके लिए एक संभावित बड़े बाजार के रूप में स्थापित कर सकती है।
रिपोर्ट्स के अनुसार अप्रैल-जून 2025 की तिमाही में ऐपल का चीन राजस्व 4.4 प्रतिशत बढ़ा है। यह कंपनी की दो सालों में पहली सकारात्मक बढ़ोतरी है, जो स्थानीय प्रतिस्पर्धियों जैसे शाओमी से मुकाबले में कंपनी के लिए राहत लेकर आई है।
अन्य सीईओ के निवेश के ऐलान
व्हाइट हाउस की उसी बैठक में मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिका में 600 अरब डॉलर निवेश का वादा किया। गूगल के सुंदर पिचाई ने बताया कि कंपनी अगले दो वर्षों में 250 अरब डॉलर लगाएगी। माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला ने कहा कि इस साल उनका निवेश लगभग 75-80 अरब डॉलर होगा।
ट्रंप ने सभी सीईओ की सराहना करते हुए कहा कि इससे देश में नौकरियों और विकास को बल मिलेगा। उन्होंने बार-बार दोहराया कि यह अमेरिका के लिए गर्व का विषय है।
भारत में ऐपल की बिक्री इतनी क्यों बढ़ी?
भारत में आईफोन की मांग लगातार बढ़ रही है। साथ ही कंपनी की रिटेल मौजूदगी में विस्तार और स्थानीय उत्पादन की वजह से बिक्री के नए अवसर बने हैं, जिससे रिकॉर्ड उछाल दर्ज हुआ है।
चीन से उत्पादन हटाने की रणनीति का क्या असर होगा?
ऐपल(Apple) चीन पर निर्भरता घटाकर जोखिम को कम करना चाहती है। भारत में उत्पादन बढ़ने से उसे लागत पर नियंत्रण मिलेगा और भारतीय बाजार को भी लंबे समय तक साधा जा सकेगा।
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