बलूचिस्तान आजादी: बलूचिस्तान के वरिष्ठ नेता मीर यार बलोच ने 14 मई को पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आज़ादी की औपचारिक घोषणा कर दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Formerly Twitter) पर एक भावुक पोस्ट के ज़रिए इस बात की खबर दी। मीर ने लिखा कि बलूच जनता ने अब अपना राष्ट्रीय निर्णय ले लिया है और पाकिस्तान अब उनका प्रतिनिधित्व नहीं करता है।
मानवाधिकार हनन और हिंसा बनी आजादी की वजह

बलूचिस्तान आजादी: मीर यार बलोच ने अपने बयान में कहा कि बलूचिस्तान में पिछले कई दशकों से मानवाधिकार अतिक्रमण, जबरन गायब किए जाने की घटनाएं, और सैनिक अत्याचार आम हो चुके हैं। पाकिस्तान की दमनकारी नीतियों से त्रस्त होकर अब बलूचिस्तान के लोग खुलकर सड़कों (Roads) पर उतर आए हैं।
उन्होंने कहा, “तुम मारोगे लेकिन हम निकलेंगे, क्योंकि हम नस्ल बचाने निकले हैं। आओ हमारा साथ दो।”
भारत के पीओके(POK) पर रुख का किया समर्थन
मीर यार बलोच ने भारत द्वारा 14 May को POK (पाक अधिकृत कश्मीर) को लेकर दिए गए बयान का खुलेआम समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत का रुख न्यायसंगत है और वह चाहता है कि पाकिस्तान अवैध कब्जा छोड़े। बलूच नेता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी निवेदन किया है कि वह पाकिस्तान पर दबाव बनाए कि वह बलूचिस्तान और पीओके को खाली करे और इन क्षेत्रों में हो रहे अत्याचारों को बंद करे।