बुलेट बाबा मंदिर: हिन्दुस्तान विविध विश्वासओं का देश है। यहां पत्थर, वृक्ष, नदी, पशु और यहां तक कि वाहन को भी देवता का रूप माना जाता है। राजस्थान के पाली जिले में स्थित बुलेट बाबा देवस्थान है। इस बात का सजीव उदाहरण है।
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कौन हैं बुलेट बाबा?
यह मंदिर ओम बन्ना को समर्पित है, जिनका असली नाम ठाकुर जोग सिंह राठौड़ था। साल 1988 में उनका सड़क हादसा में निधन हो गया था जब उनकी बुलेट बाइक एक पेड़ से टकरा गई थी।
इसके बाद अद्भुत प्रसंग आरंभ हुईं –
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- पुलिस ने बाइक को जब्त कर थाने में रखा
- बाइक बार-बार रहस्यमयी विधि से हादसा का क्षेत्र पर लौट आती
- चैन से लपेटने पर भी बाइक गायब हो जाती

बाइक बन गई आस्था का प्रतीक
इन घटनाओं के बाद स्थानीय लोगों ने इस बाइक को चमत्कारी मानकर उसी स्थान पर देवालय का निर्माण कर दिया। आज यह देवालय “बुलेट बाबा मंदिर” के नाम से प्रख्यात है।
श्रद्धालु इस मंदिर में रुककर
- बाइक की आराधना करते हैं
- फूल-माला अर्पित करते हैं
- अपनी सफ़र की सफलता की इच्छा करते हैं
मान्यता और श्रद्धा
ऐसा माना जाता है कि जो भी मुसाफ़िर यहां रुककर बुलेट बाबा को नमन करता है, उसकी सफ़र सुरक्षित रहती है और इच्छा पूरी होती हैं।