खाता खुलने के बाद से मिलना लगता ब्याज, हर महीने मिलते 5500 रुपये
देशभर में पोस्ट ऑफिस (Post Office) की बचत योजनाएं (Plans) काफी लोकप्रिय हैं, खासकर गरीब और मध्यम वर्ग परिवार पोस्ट ऑफस की सेविंग स्कीम में ज्यादा निवेश करते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है स्थिर रिटर्न के साथ पैसों की सुरक्षा। क्या आप पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme) के बारे में जानते हैं, जिसमें निवेश करने के बाद ही ब्याज का पैसा मिलने लगता है, और यह रकम सिंगल खाते पर अधिकतम 5500 रुपये होती है।
POMIS एक स्पेशल मंथली इनकम स्कीम है जो सिर्फ डाकघर द्वारा ऑफर की जाती है। खास बात है कि इस योजना में खाताधारकों को 7.4% की दर से मासिक ब्याज मिलता है। आइये आपको बताते हैं पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम से जुड़ी विशेषताएं…
POMIS योजना की विशेषताएं
योजना में न्यूनतम 1000 का निवेश किया जा सकता है, लेकिन इन्वेस्टमेंट की अधिकतम सीमा ₹9 लाख तक सीमित है। हालांकि, ज्वाइंट अकाउंट में मैक्सिमम 15 लाख रुपये जमा कराए जा सकते हैं।
-इस स्कीम में खाते खुलाने के एक महीने बाद से ब्याज का भुगतान शुरू हो जाता है और मैच्योरिटी तक यह पैसा मिलता है।
-इस योजना की अवधि 5 साल है, और इसके जरिए आप हर महीने स्थाई गारंटीड इनकम की व्यवस्था कर सकते हैं।
पोस्ट Post Office ऑफिस किसने खरीदा है?
रॉयल मेल की मूल कंपनी को एक चेक अरबपति को बेचने को सरकार ने मंज़ूरी दे दी है। डैनियल क्रेटिंस्की के ईपी ग्रुप द्वारा 3.6 अरब पाउंड के अधिग्रहण को “कानूनी रूप से बाध्यकारी” वचनबद्धताओं पर सहमति के बाद हरी झंडी दे दी गई है।
सबसे पुराना Post Office डाकघर कौन सा है?
कलकत्ता सामान्य डाकघर यद्यपि डाकघर की स्थापना 1727 में बंबई में हुई थी, भारत को अपना पहला जनरल पोस्ट ऑफिस 1774 में मिला, जो कोलकाता के फोर्ट विलियम में स्थित था।