GST विभाग का नोटिस जारी
तीन अलग-अलग (GST) ऑर्डर्स से बढ़ी परेशानी जोमैटो (Zomato) और ब्लिंकिट ब्रांड्स की मालिक कंपनी इटरनल को जीएसटी विभाग की ओर से तीन नोटिस जारी किए गए हैं। इन नोटिसों में ब्याज और जुर्माने समेत भारी रकम की मांग की गई है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति पर दबाव बढ़ सकता है।
Zomato : जोमैटो और ब्लिंकिट की पैरेंट कंपनी इटरनल को (GST) का नोटिस मिला है। जोमैटो और ब्लिंकिट ब्रांड के स्वामित्व वाली इटरनल को जीएसटी विभाग से तीन ऑर्डर मिले हैं, जिनमें ब्याज और जुर्माने सहित कुल 40 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स डिमांड की गई है। जीएसटी के डिमांड नोटिस पर इटरनल की कंपनी जोमैटो ने कहा कि वह बेंगलुरु के संयुक्त आयुक्त-4 से जुलाई 2017 से मार्च 2020 के लिए आए टैक्स डिमांड ऑर्डर के खिलाफ अपील करेगा।
किसके लिए मिला है नोटिस
जोमैटो को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि उन्हें 25 अगस्त 2025 को बेंगलुरु के संयुक्त आयुक्त, अपील-4 से 3 ऑर्डर मिले, जिसमें 17.19 करोड़ रुपये का जीएसटी डिमांड कन्फर्म किया गया है साथ में 21.42 करोड़ का ब्याज और 1.72 करोड़ का पेनल्टी भी जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि हमारा केस मजबूत है, जो वकीलों के ओपिनियन से भी समर्थित है, और कंपनी इन ऑर्डर के खिलाफ उचित अथॉरिटी के सामने अपील दायर करेगी।
कंपनी के शेयरों का हाल
शेयर बाजार में जहां एक ओर ताबड़तोड़ तेजी देखी जा रही है। वहीं, दूसरी ओर इटरनल के शेयरों में तेजी देखी जा रही है। शुरुआत बाजार में कंपनी के शेयर हरे निशान में थे। लेकिन, करीब 1 घंटे बाद इसके शेयरो में गिरावट देखी गई। खबर लिखे जाने तक जोमैटो के शेयर 0.25 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 319.10 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं।
ज़ोमैटो के मालिक कौन हैं?
दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा द्वारा 2008 में बनाया गया, यह एक रेस्तरां एग्रीगेटर के रूप में शुरू हुआ, मेनू जानकारी, उपयोगकर्ता समीक्षा और सिफारिशें प्रदान करता है, और 20 से अधिक देशों में विस्तार करता है।
जोमैटो किस देश की कंपनी है?
ज़ोमाटो (अशुद्धोच्चारण: ज़ोमैटो/जोमैटो) एक भारतीय बहुराष्ट्रीय ऑनलाइन रेस्तरां खोजने और खाना मंगवाने वाली कंपनी है, जिसकी स्थापना पंकज चड्ढा और दीपिंदर गोयल ने 2008 में किया था।
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