क्लीन चिट के बाद मुनाफावसूली की मार
नई दिल्ली: अडानी पावर(Adani Power) के शेयरों में बुधवार को लगातार दूसरे दिन तेज गिरावट आई। बीएसई(BSE) पर यह शेयर 10.84% गिर कर 144.80 रुपये पर बंद हुआ। मंगलवार को भी यह करीब 6% लुढ़का था। दो दिनों में कुल गिरावट लगभग 17% रही। यह गिरावट उस तेजी के बाद आई है जो 35% तक पहुंची थी, कंपनी के स्टॉक स्प्लिट, ब्रोकरेज कवरेज और सेबी की क्लीन चिट के बाद।
मुनाफावसूली और ओवरबोट स्तर
अडानी(Adani) पावर की पिछले एक महीने की बढ़त लगभग 19% रही है, और इस वर्ष की शुरुआत से यह 36% ऊपर गया है। स्टॉक स्प्लिट के बाद रिटेल निवेशकों ने भारी हिस्सेदारी ली थी। सोमवार को शेयर 20% तक बढ़ा, लेकिन अब मुनाफावसूली सामने आई है।
INVasset पीएमएस के बिजनेस हेड हर्षल दासानी(Harshal Dasani) ने कहा कि स्प्लिट के बाद शेयर तेजी दिखा रहा था, लेकिन अब जिस स्तर पर पहुंच गया है, वह ओवरबोट क्षेत्र माने जाने वाला RSI लगभग 87 के करीब है। इसका मतलब है कि उछाल अधिक हुआ और गिरावट संभव है।
ऑल-टाइम हाई और तकनीकी नजर
अडानी(Adani) पावर अब ऑल-टाइम हाई से थोड़ी दूर कारोबार कर रहा है। यह अभी भी प्रमुख मूविंग एवरेज से ऊपर है। मूविंग एवरेज उतार-चढ़ाव को स्मूद करने का तरीका है, आणि तकनीकी विश्लेषण में महत्त्वपूर्ण माना जाता है।
इसके बावजूद, विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में अभी अस्थिरता बनी रहेगी। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि प्रीमियम मूल्यांकन ने जोखिमों को भी बढ़ाया है।
क्लीन चिट के बाद नया रेटिंग
हिंदनबर्ग द्वारा स्टॉक मैनिपुलेशन के आरोपों को सेबी ने खारिज किया। इसके बाद अडानी पावर को पुनः सकारात्मक रेटिंग मिली। दासानी के अनुसार मौजूदा मूल्यांकन ऐतिहासिक औसत से ऊपर है और अब यह अधिक जोखिम भरा हो गया है।
इस रेटिंग ने एक भरोसा बहाल किया है, लेकिन साथ ही अपेक्षाएं भी बढ़ा दी हैं। अब यह देखना बाकी है कि निवेशक किस दिशा में रुख करते हैं और शेयर कैसे प्रतिक्रिया देता है।
इस गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
मुनाफावसूली और ओवरबोट स्थिति, जो RSI स्तर 87 के करीब पहुंच गया है, सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। स्टॉक स्प्लिट और क्लीन चिट से आए उछाल के बाद यह गिरावट स्वाभाविक मानी जाती है।
क्या इस स्तर पर शेयर सुरक्षित निवेश माना जा सकता है?
शेयर अभी भी तकनीकी संकेतों के अनुसार अस्थिर है। प्रीमियम मूल्यांकन और बाजार की अपेक्षाओं को देखते हुए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
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