Fraud: फेस्टिव सीजन में बढ़ा साइबर ठगी खतरा

By Dhanarekha | Updated: September 7, 2025 • 11:10 AM

ऑफर के लालच में न करें गलती

नई दिल्ली: त्योहारों का मौसम करीब आते ही बाजार रफ्तार पकड़ रहा है, लेकिन इसी बीच साइबर अपराधियों ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। स्कैमर्स(Fraud) ‘बिग सेल’ और भारी डिस्काउंट का लालच देकर खासकर क्रेडिट कार्ड(Credit Card) यूजर्स को निशाना बना रहे हैं। ऐसे नकली ऑफरों के जरिए लोगों से बैंकिंग और कार्ड संबंधी जानकारी हासिल कर फर्जी ट्रांजेक्शन किए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़ी सावधानी बरतकर इस तरह की धोखाधड़ी से आसानी से बचा जा सकता है

फर्जी ऑफर और धोखाधड़ी के नए तरीके

साइबर अपराधी(Fraud) ई-मेल, वॉट्सऐप(WhatsApp) या टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर लिंक भेजते हैं, जिनमें फ्री कार्ड या भारी छूट का लालच दिया जाता है। लोग जैसे ही अपनी डिटेल्स साझा करते हैं, ठग खाते तक पहुंच बनाकर पासवर्ड और सीवीवी नंबर हासिल कर लेते हैं। इसके बाद उनके क्रेडिट कार्ड से बड़े पैमाने पर अवैध लेन-देन किए जाते हैं।

इसके अलावा, कई बार फर्जी वेबसाइट्स ‘ग्रेट डील’ या ‘फ्री गिफ्ट वाउचर’ के नाम पर लुभावने संदेश भेजती हैं। लिंक पर क्लिक करते ही फोन में हानिकारक सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो जाता है, जो बैंकिंग पासवर्ड और निजी डाटा चुराने का काम करता है। ऐसे मामलों में तुरंत रिपोर्ट करना और संदिग्ध संपर्कों को ब्लॉक करना सबसे सुरक्षित उपाय है।

कार्ड सुरक्षा और सतर्कता जरूरी

पुलिस के अनुसार, यूजर्स को अपने क्रेडिट कार्ड का पिन और पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। ई-मेल खाते की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि अधिकतर कार्ड से जुड़ी सूचनाएं वहीं आती हैं। साथ ही, स्टेटमेंट की नियमित जांच और मोबाइल अलर्ट सुविधा को सक्रिय करना वित्तीय सुरक्षा के लिए जरूरी है।

साइबर सेल अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यूजर्स को फेसबुक, इंस्टाग्राम या ईमेल पर आने वाले संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। अक्सर ऐसे लिंक वायरस से भरे होते हैं और उपयोगकर्ता के डिवाइस को नुकसान पहुंचाते हैं। किसी भी अनजान कॉल पर निजी जानकारी साझा करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

त्योहारों के दौरान साइबर अपराधी किस तरह धोखा देते हैं?

साइबर अपराधी(Fraud) नकली डिस्काउंट ऑफर, फ्री गिफ्ट वाउचर और बिग सेल के नाम पर लिंक भेजते हैं। यूजर जैसे ही उन पर क्लिक करता है या अपनी वित्तीय जानकारी साझा करता है, अपराधी कार्ड और अकाउंट तक पहुंच बनाकर फर्जी लेन-देन करते हैं।

क्रेडिट कार्ड यूजर्स अपनी सुरक्षा कैसे बढ़ा सकते हैं?

यूजर्स को समय-समय पर पिन और पासवर्ड बदलना चाहिए, स्टेटमेंट चेक करते रहना चाहिए और मोबाइल अलर्ट सुविधा सक्रिय करनी चाहिए। संदिग्ध लिंक, ई-मेल या कॉल पर भरोसा न करना और केवल भरोसेमंद ई-कॉमर्स साइट से खरीदारी करना ही सुरक्षित उपाय है।

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