13 दिनों में ₹10,000+ की कमी के मुख्य कारण
नई दिल्ली: आज, 30 नवंबर, को सोना(Gold) और चांदी दोनों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम सोने(Gold) की कीमत ₹1,375 गिरकर ₹1,19,253 हो गई है, जबकि कल यह ₹1,20,628 थी। इसी तरह, चांदी की कीमत ₹1,033 गिरकर ₹1,45,600 प्रति किलोग्राम हो गई है, जो 29 अक्टूबर को ₹1,46,633 थी। यह गिरावट एक बड़ी प्रवृत्ति का हिस्सा है; 17 अक्टूबर को अपना ऑलटाइम हाई(All Time High) छूने के बाद से, मात्र 13 दिनों में सोना ₹10,246 और चांदी ₹25,675 सस्ती हो चुकी है।
कीमतों में गिरावट के प्रमुख कारण
सोना और चांदी की कीमतों में इस भारी गिरावट के लिए तीन मुख्य कारण जिम्मेदार हैं। सबसे पहले, भारत में सीजनल खरीदारी का खत्म होना है। दिवाली जैसे त्योहारों के बाद सोने-चांदी की मांग में कमी आई है, जिससे कीमतों पर दबाव पड़ा है। दूसरा कारण ग्लोबल टेंशन में कमी है। सोना-चांदी को “सेफ-हेवन” माना जाता है, और वैश्विक तनाव कम होने से निवेशक अब जोखिम भरी संपत्तियों की ओर बढ़ रहे हैं। तीसरा और महत्वपूर्ण कारण प्रॉफिट-टेकिंग और ओवरबॉट सिग्नल है। पिछली तेजी के बाद, निवेशक मुनाफा बुक कर रहे हैं, और तकनीकी संकेतक जैसे RSI यह दर्शा रहे थे कि कीमतें “ओवरबॉट” जोन में पहुंच गई थीं, जिसने डीलर्स को बिकवाली शुरू करने के लिए प्रेरित किया।
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इस वर्ष की शानदार बढ़त और खरीद पर ध्यान देने योग्य बातें
मौजूदा गिरावट के बावजूद, सोने(Gold) और चांदी ने इस वर्ष शानदार प्रदर्शन किया है। 31 दिसंबर 2024 से अब तक, सोने की कीमत ₹43,091 बढ़ी है (₹76,162 से ₹1,19,253 तक), जबकि चांदी का भाव ₹59,583 बढ़ा है (₹86,017 से ₹1,45,600 तक)। सोना खरीदते समय उपभोक्ताओं को दो बातों का ध्यान रखना चाहिए: हमेशा BIS हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें, क्योंकि हॉलमार्किंग कैरेट की शुद्धता बताती है; और सोने का सही वजन तथा उस दिन की कीमत को IBJA जैसी विश्वसनीय वेबसाइटों से क्रॉस-चेक करें, क्योंकि 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट के रेट अलग-अलग होते हैं।
IBJA द्वारा जारी सोने और चांदी की कीमतों का उपयोग कहाँ किया जाता है?
IBJA की सोने(Gold) की कीमतों का उपयोग मुख्य रूप से RBI द्वारा सोवरेन गोल्ड बॉन्ड के रेट तय करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, कई बैंक गोल्ड लोन के रेट तय करने के लिए भी इन कीमतों का इस्तेमाल करते हैं।
“सेफ-हेवन” संपत्ति क्या होती है और इसकी मांग कब कम होती है?
“सेफ-हेवन” संपत्ति (जैसे सोना-चांदी) वह होती है जिसे मुश्किल वक्त या आर्थिक/राजनीतिक अस्थिरता के दौरान निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में खरीदते हैं। जब वैश्विक तनाव या अनिश्चितता कम होती है, तो इन संपत्तियों की मांग और इसलिए इनकी कीमतों में गिरावट आती है, क्योंकि निवेशक अधिक जोखिम वाले लेकिन उच्च-लाभ की क्षमता वाले निवेशों की ओर रुख करते हैं।
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