Breaking News: Gold: इस सप्ताह सोने-चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल

By Dhanarekha | Updated: October 4, 2025 • 2:36 PM

कारण और भविष्य की दिशा

नई दिल्ली: इस सप्ताह की मूल्य वृद्धि (27 सितंबर – 4 अक्टूबर) ताजा आँकड़ों के अनुसार, इस सप्ताह सोने(Gold) और चाँदी दोनों की कीमतों में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, सोने(Gold) की कीमत में ₹3,692 की वृद्धि हुई है, जिससे यह ₹1,13,262 से बढ़कर ₹1,16,954 प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गया है। वहीं, चाँदी की कीमतों में इससे भी अधिक उछाल देखने को मिला है। यह पिछले सप्ताह के ₹1,38,100 से बढ़कर ₹1,45,610 प्रति किलोग्राम हो गई है, यानी एक सप्ताह में ₹7,510 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके साथ ही, यह साल 2024 के अंत (31 दिसंबर) से अब तक सोने में ₹40,792 और चाँदी में ₹59,593 की भारी वृद्धि को दर्शाता है, जो इन धातुओं की ओर निवेशकों के बढ़ते आकर्षण को स्पष्ट करता है

सोने में तेजी के 5 प्रमुख कारण

सोने(Gold) की कीमतों में इस निरंतर वृद्धि के पीछे पाँच बड़े वैश्विक और आर्थिक कारक जिम्मेदार हैं, जो इसे निवेशकों के लिए सुरक्षित निवेश (सेफ हेवन) बना रहे हैं:

केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: दुनिया भर के बड़े केंद्रीय बैंक(Central Bank) डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए अपने विदेशी मुद्रा भंडार में सोने का हिस्सा लगातार बढ़ा रहे हैं। इस निरंतर मांग से सोने की कीमत ऊपर बनी रहती है।

‘ट्रम्प फैक्टर’ और नीति-अनिश्चितता: अमेरिका की नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे डॉलर और अमेरिकी बॉन्ड बाजार कमजोर हो रहे हैं। ऐसे में निवेशक अनिश्चितता से बचने के लिए सोने की ओर रुख कर रहे हैं।

क्रिप्टो से सोने की ओर रुख: क्रिप्टो बाजारों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव और सख्त नियामक कानूनों की आशंका के कारण निवेशक अपने फंड को अधिक सुरक्षित संपत्ति जैसे सोने में लगा रहे हैं।

डीडॉलराइजेशन (De-dollarization): कई देश अपने आर्थिक लेनदेन में डॉलर के प्रभुत्व को कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। अमेरिका पर बढ़ते कर्ज के कारण डॉलर कमजोर हो रहा है, जिससे सोने में तेजी देखने को मिलती है।

लॉन्ग-टर्म एसेट: सोना अपनी सीमित मात्रा, टिकाऊपन और मुद्रास्फीति (Inflation) के विरुद्ध सुरक्षा के कारण लंबे समय के लिए एक आकर्षक संपत्ति बना रहता है।

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सोने के लिए भविष्य के मूल्य लक्ष्य

सोने(Gold) के भविष्य के लिए जानकारों ने महत्वपूर्ण मूल्य लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जो मौजूदा तेजी के जारी रहने का संकेत देते हैं। गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ने अगले साल तक सोने के लिए $5000 प्रति औंस का लक्ष्य रखा है। वर्तमान विनिमय दर (Exchange Rate) के हिसाब से, यह भारतीय रुपए में लगभग ₹1,55,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुँच सकता है। इसके अलावा, ब्रोकरेज फर्म पीएल कैपिटल के डायरेक्टर संदीप रायचुरा ने भी सोने के लिए ₹1,44,000 प्रति 10 ग्राम तक जाने का अनुमान लगाया है। ये अनुमान वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और सोने की बढ़ती मांग के बीच बहुमूल्य धातुओं के उज्जवल भविष्य की ओर इशारा करते हैं।

31 दिसंबर 2024 से अब तक सोने और चाँदी की कीमतों में कितने रुपए की बढ़ोतरी हुई है?

31 दिसंबर 2024 से 4 अक्टूबर तक के आँकड़ों के अनुसार:
सोने की कीमत में ₹40,792 प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई है।
चाँदी की कीमत में ₹59,593 प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है।

गोल्डमैन सैक्स और पीएल कैपिटल ने अगले साल के लिए सोने का क्या मूल्य लक्ष्य निर्धारित किया है?

गोल्डमैन सैक्स ने अगले साल तक सोने के लिए $5000 प्रति औंस (भारतीय रुपए में लगभग ₹1,55,000 प्रति 10 ग्राम) का लक्ष्य रखा है।
पीएल कैपिटल के डायरेक्टर संदीप रायचुरा ने सोने की कीमत ₹1,44,000 प्रति 10 ग्राम तक जाने का अनुमान लगाया है।

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