Breaking News: GST: रोजमर्रा की चीजें होंगी सस्ती

By Dhanarekha | Updated: September 21, 2025 • 6:38 PM

जीएसटी बचत उत्सव से उपभोक्ताओं को राहत

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Modi) ने रविवार को घोषणा की कि देश में 22 सितंबर से ‘जीएसटी(GST) बचत उत्सव’ की शुरुआत होगी। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं की बचत बढ़ाना और उन्हें सस्ती दरों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराना है। जीएसटी(GST) बचत उत्सव से हर वर्ग के लोगों को लाभ होगा। हाल ही में सरकार ने ऑटोमोबाइल से लेकर रोजमर्रा की वस्तुओं तक कई उत्पादों पर टैक्स घटाया है, जिसे 2017 के बाद का सबसे बड़ा अप्रत्यक्ष कर सुधार माना जा रहा है

टैक्स सुधार से आम लोगों को फायदा

जीएसटी(GST) परिषद ने अपनी 56वीं बैठक में नई दरों को मंजूरी दी, जिसमें 5% और 18% की दो मुख्य स्लैब शामिल हैं। केवल सुपर लक्जरी और डिमेरिट वस्तुओं पर अतिरिक्त 40% दर रखी गई है। इस सुधार से दवाइयों, बीमा और दैनिक उपयोग की चीजों की कीमतें घटेंगी। मोदी ने कहा कि जीएसटी ने देश को पुराने टैक्स के जंजाल से मुक्त किया है, जहां चुंगी और वैट जैसे अनेक करों का बोझ था।

अमेरिका(USA) में भारतीय सामानों पर 50% टैरिफ लागू होने से भारत की जीडीपी पर असर पड़ सकता है। सरकार इस नुकसान की भरपाई घरेलू खपत बढ़ाकर करना चाहती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि दोनों देशों के बीच जल्द ही व्यापार समझौता हो सकता है, जिससे भारत को अतिरिक्त टैरिफ में छूट मिलेगी।

आत्मनिर्भर भारत और देसी उत्पादों पर जोर

मोदी ने अपने संबोधन में आत्मनिर्भरता पर बल देते हुए कहा कि हमें घरेलू उत्पादों का इस्तेमाल बढ़ाना चाहिए। उन्होंने यहां तक कहा कि छोटी-छोटी चीजें जैसे कंघी भी ‘देसी’ होनी चाहिए। यह संदेश ट्रंप की संरक्षणवादी नीतियों के जवाब के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिका ने एच1-बी वीजा फीस को 1,00,000 डॉलर तक बढ़ा दिया है, जिससे भारतीय आईटी उद्योग को नुकसान हो सकता है।

जीएसटी सुधारों के चलते गाड़ियां और रोजमर्रा की चीजें अब और सस्ती हो जाएंगी। मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के सामूहिक प्रयास से यह सुधार संभव हुआ है। इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर होगा और उपभोक्ताओं की जेब पर भी राहत पहुंचेगी। कारोबार में तेजी आने से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

जीएसटी बचत उत्सव से किस तरह की वस्तुएं सस्ती होंगी?

इस उत्सव के तहत दैनिक जरूरत की वस्तुएं, दवाइयां, बीमा और ऑटोमोबाइल जैसी चीजें सस्ती हो जाएंगी। इससे मध्यमवर्गीय और निम्नवर्गीय परिवारों को सीधा फायदा होगा।

अमेरिका की नीतियों से भारत पर क्या असर पड़ेगा?

अमेरिका में भारतीय सामानों पर ऊंचा टैरिफ और वीजा फीस में बढ़ोतरी भारत के निर्यात और आईटी क्षेत्र को प्रभावित कर सकती है। हालांकि, घरेलू खपत और नए कर सुधारों से सरकार इस असर को संतुलित करने की कोशिश कर रही है।

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