कितना फायदा
नई दिल्ली: प्रमुख बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती(Home Loan) हाल ही में रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में 0.25% की कटौती (5.50% से 5.25%) किए जाने के बाद, इसका सीधा फायदा ग्राहकों को मिल रहा है। देश के 6 बड़े बैंकों (HDFC बैंक, PNB, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र) ने होम लोन की ब्याज दरों में 0.25% तक की कटौती की घोषणा की है। इस कटौती के बाद, होम लोन की सालाना ब्याज दर अब 7.10% के निचले स्तर से शुरू हो रही है। यह कमी बैंकों की घटी हुई फंड लागत का परिणाम है, जिसका लाभ वे ग्राहकों को लोन सस्ता करके दे रहे हैं।
EMI पर कटौती का सीधा असर
ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत (यानी 0.25%) की हालिया कटौती का सीधा फायदा होम लोन(Home Loan) लेने वाले नए और मौजूदा दोनों तरह के ग्राहकों को मिलेगा। यह कटौती आपकी मासिक किस्त (EMI) को कम कर देगी।
₹20 लाख के लोन पर लाभ:
यदि आपने 20 साल की अवधि के लिए ₹20 लाख का होम लोन लिया है, तो ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत की कटौती के बाद आपकी EMI में ₹310 तक की अनुमानित कमी आएगी।
₹30 लाख के लोन पर लाभ:
इसी तरह, 20 साल की अवधि के लिए ₹30 लाख के लोन पर, ब्याज दर की कटौती से आपकी मासिक EMI में लगभग ₹465 तक की कमी हो सकती है।यह कमी बैंकों की फंडिंग लागत घटने के कारण हुई है, जिसका लाभ वे ग्राहकों को EMI कम करके दे रहे हैं।
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होम लोन लेते समय ध्यान रखने योग्य 3 मुख्य बातें
होम लोन(Home Loan) एक लंबी अवधि की वित्तीय प्रतिबद्धता है, इसलिए इसे लेते समय इन तीन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है: प्री-पेमेंट पेनल्टी की जानकारी: लोन को समय से पहले चुकाने पर लगने वाले जुर्माने के बारे में बैंकों से पूरी जानकारी लें। बैंक अक्सर यह पेनल्टी लगाते हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद से कम ब्याज मिलता है।क्रेडिट स्कोर का महत्व: आपका क्रेडिट स्कोर (300-900 की रेंज) आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को दर्शाता है। बैंक आपको सबसे अच्छी ब्याज दर दें इसके लिए 700 या उससे अधिक का स्कोर होना अच्छा माना जाता है। यह स्कोर रीपेमेंट हिस्ट्री और क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल पर निर्भर करता है।ऑफर की तुलना: जल्दबाजी में लोन लेने से बचें। लोन लेने से पहले विभिन्न बैंकों द्वारा दिए जा रहे बेहतर ऑफर्स और शर्तों की छानबीन और तुलना अवश्य करें।
आरबीआई की रेपो रेट कटौती का असर होम लोन की ब्याज दरों पर कैसे पड़ता है?
रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को पैसा उधार देता है। जब आरबीआई रेपो रेट घटाता है, तो बैंकों के लिए फंड जुटाने की लागत कम हो जाती है। इस घटी हुई लागत का फायदा बैंक, ग्राहकों को देते हुए होम लोन की ब्याज दरें कम कर देते हैं, जिससे ग्राहकों की EMI घट जाती है।
होम लोन लेने के लिए ‘अच्छा’ क्रेडिट स्कोर कितना माना जाता है?
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 की रेंज में होता है। अधिकांश कर्जदाता (बैंक और वित्तीय संस्थान) 700 या उससे अधिक के क्रेडिट स्कोर को अच्छा मानते हैं। उच्च क्रेडिट स्कोर यह सुनिश्चित करता है कि आपको बैंक द्वारा सबसे कम ब्याज दर पर होम लोन मिल सकता है।
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