इतिहास में पहली बार लगातार दो साल गिरावट
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की कुल वैल्यूएशन में इसके इतिहास में पहली बार लगातार दो वर्षों तक गिरावट दर्ज की गई है। D&P एडवाइजरी की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में ₹92,500 करोड़ के उच्चतम स्तर से गिरकर, 2025 में यह ₹76,100 करोड़ पर आ गई है, जो 2 साल में ₹16,400 करोड़ की कमी को दर्शाता है। इस गिरावट के पीछे दो मुख्य कारण हैं: पहला, मीडिया राइट्स के लिए बिडिंग वॉर का समाप्त होना (Disney Star के विलय के कारण), और दूसरा, रियल-मनी गेमिंग स्पॉन्सरशिप पर सरकारी प्रतिबंध। यह प्रतिबंध IPL इकोसिस्टम को सालाना ₹1,500-2,000 करोड़ का नुकसान पहुँचा रहा है।
ब्रांड रैंकिंग में RCB टॉप पर, डिजिटल ने टीवी को पछाड़ा
मूल्यांकन में गिरावट के बावजूद, IPL भारत की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स प्रॉपर्टी बनी हुई है। 2025 सीज़न में 1 अरब से अधिक लोगों ने IPL देखा, जहाँ पहली बार डिजिटल दर्शकों की संख्या ने टीवी को पीछे छोड़ दिया। JioStar ने 1.19 अरब यूनिक दर्शकों और 514 अरब मिनट के वॉच टाइम की रिपोर्ट की। टीम रैंकिंग में, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने पहली बार IPL टाइटल जीतकर 2025 की ब्रांड रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया है। इसके बाद मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी टीमें हैं। वहीं, WPL का मूल्यांकन भी ₹1,350 करोड़ से घटकर ₹1,275 करोड़ पर आया है, लेकिन इसके टीवी दर्शक 150% तक बढ़े हैं।
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भारतीय क्रिकेट का नया कमर्शियल फेज: स्थिरता पर जोर
D&P की रिपोर्ट संकेत देती है कि भारतीय क्रिकेट अब एक नई कमर्शियल फेज में प्रवेश कर रहा है। इस नए चरण में, ग्रोथ अब महंगे मीडिया राइट्स की बजाय लंबी अवधि में चलने वाली कमाई पर निर्भर करेगी। मीडिया राइट्स की वैल्यू 2027 तक 40%-50% बढ़ने का जो शुरुआती अनुमान था, वह अब प्रतिस्पर्धा की कमी और गेमिंग बैन के कारण धूमिल हो गया है। भविष्य में वैल्यूएशन का फैलाव डिजिटल एंगेजमेंट और स्टेबल स्पॉन्सरशिप पर टिका होगा, जो यह सुनिश्चित करेगा कि स्पोर्ट्स प्रॉपर्टी बाजार के झटकों और पॉलिसी बदलावों से कम प्रभावित हो।
IPL के मीडिया राइट्स की वैल्यूएशन बढ़ने का शुरुआती अनुमान क्यों विफल हुआ?
IPL के मीडिया राइट्स की वैल्यूएशन 40%-50% बढ़ने का शुरुआती अनुमान दो शक्तिशाली बोलीदाताओं की मौजूदगी और ग्लोबल टेक कंपनियों के स्पोर्ट्स स्ट्रीमिंग में आने की संभावना पर टिका था। हालाँकि, Disney Star के विलय ने प्रतिस्पर्धा (बिडिंग वॉर) को खत्म कर दिया, जिससे यह अनुमान विफल हो गया।
रियल-मनी गेमिंग पर सरकारी प्रतिबंध से IPL की वैल्यूएशन पर कितना और कैसा असर पड़ा है?
रियल-मनी गेमिंग पर सरकारी प्रतिबंध से IPL इकोसिस्टम को सालाना करीब ₹1,500-2,000 करोड़ का वित्तीय घाटा हुआ है। यह घाटा मुख्य रूप से इसलिए हुआ क्योंकि गेमिंग कंपनियाँ जो पहले स्पॉन्सरशिप के रूप में पैसा खर्च करती थीं, वह अब बंद हो गया है, जिससे IPL की कुल वैल्यूएशन में गिरावट आई है।
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