Real Estate Investment में 90% निवेशकों को क्यों होता है नुकसान?
भारत में संपत्ति खरीदना हमेशा से एक भरोसेमंद निवेश माना गया है, लेकिन आज की सच्चाई यह है कि Real Estate Investment करने वाले करीब 90% निवेशक नुकसान झेलते हैं। क्यों? क्योंकि वे कुछ आम गलतियाँ दोहराते हैं, जिनसे बचना ज़रूरी है।
रियल एस्टेट निवेश में आम निवेशकों की गलतियाँ
Real Estate Investment करते समय लोग अक्सर बिना पूरी जानकारी और प्लानिंग के फैसले ले लेते हैं। आइए जानते हैं वो प्रमुख कारण जिनसे निवेशक नुकसान उठाते हैं:
- लोकेशन पर ध्यान न देना: केवल सस्ते दाम पर प्रॉपर्टी लेना सबसे बड़ी भूल है।
- डॉक्युमेंटेशन की जांच नहीं करना: लीगल क्लियरेंस न होना भारी मुसीबत बन सकता है।
- रीसेल वैल्यू का अनुमान न लगाना: भविष्य में प्रॉपर्टी बिकेगी या नहीं, इसका अंदाजा ज़रूरी है।
- सिर्फ भावनाओं के आधार पर खरीदना: ‘अपना घर’ का सपना निवेश की समझ पर भारी पड़ता है।

रियल एस्टेट निवेश को लेकर बने भ्रम और सच्चाई
बहुत से लोग मानते हैं कि रियल एस्टेट में कभी नुकसान नहीं होता, लेकिन यह रियल एस्टेट निवेश से जुड़ा सबसे बड़ा भ्रम है।
- सच: अगर सही जगह और सही समय पर निवेश न किया जाए, तो कीमतें 10 साल तक भी नहीं बढ़ती।
- सच: किराया आय अपेक्षा से काफी कम हो सकता है।
- सच: मेंटेनेंस खर्च, टैक्स और ब्याज जोड़ें तो असली रिटर्न घट जाता है।
Real Estate Investment को लाभकारी कैसे बनाएं?
अगर आप Real Estate Investment करना चाहते हैं, तो इन बिंदुओं का ध्यान रखें:
- लोकेशन रिसर्च: स्कूल, मेट्रो, ऑफिस हब के पास की जगह चुनें
- रीसेल वैल्यू देखें: जहां डिमांड है, वहीं निवेश करें
- लॉन्ग टर्म प्लानिंग करें: कम से कम 5–10 साल की अवधि सोचें
- प्रॉपर्टी की वैधता जांचें: सभी सरकारी मंजूरी, लीज-फ्री स्टेटस और बिल्डर की साख ज़रूर जांचें

रियल एस्टेट निवेश के विकल्प भी जानें
सिर्फ रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी ही विकल्प नहीं है। आप चाहें तो—
- कमर्शियल स्पेस
- प्लॉट इन्वेस्टमेंट
- REITs (Real Estate Investment Trusts)
- किराये पर देने वाली प्रॉपर्टी
इन सभी विकल्पों में भी अपनी रिस्क प्रोफाइल के अनुसार निर्णय लें।
समझदारी से करें रियल एस्टेट निवेश
Real Estate Investment में मुनाफा उन्हीं को मिलता है जो सोच-समझकर और सही रणनीति के साथ निवेश करते हैं। भावनाओं में बहकर या बिना रिसर्च के किया गया निवेश घाटे में बदल सकता है। इसलिए अगली बार कोई प्रॉपर्टी खरीदने से पहले यह जरूर सोचें—क्या आप भी वही 90% वाली गलती दोहरा रहे हैं?