सेंसेक्स 150 अंक चढ़कर 81,950 के पार
Sensex : भारतीय शेयर बाजार ने आज सकारात्मक शुरुआत की, जिसमें सेंसेक्स (Sensex) 150 अंकों की बढ़त के साथ 81,950 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया। यह बढ़त वैश्विक संकेतों और निवेशकों की सकारात्मक धारणा के चलते आई है।
निफ्टी में 50 अंकों का उछाल
निफ्टी भी 50 (nifty also 50) अंक चढ़कर मजबूत स्थिति में है। यह बढ़त बाजार में व्यापक रूप से देखी जा रही खरीदारी को दर्शाती है, खासकर सेक्टोरल इंडेक्स में।
मंगलवार, 16 सितंबर को सेंसेक्स 150 अंक चढ़कर 81,950 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में 50 अंक की तेजी है, ये 25,120 के स्तर पर है।
सेंसेक्स के 30 में से 19 शेयरों में तेजी, 11 में गिरावट है। महिंद्रा, बजाज फिनसर्व और अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में तेजी है। एशियन पेंट्स, टाइटन और स्टेट बैंक के शेयर्स गिरे हैं।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 34 में तेजी, 16 में गिरावट है। ऑटो, मेटल, मीडिया और फार्मा शेयरों में तेजी है। FMCG, IT और PSU बैंक में गिरावट है।
मार्केट में मिलाजुला कारोबार
- एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.29% चढ़कर 44,900 पर और कोरिया का कोस्पी 1.12% ऊपर 3,446 पर कारोबार कर रहा है।
- हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.32% नीचे 26,363 पर और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.38% गिरकर 3,846 पर कारोबार कर रहा है।
- 15 सितंबर को अमेरिका का डाउ जोन्स 0.11% ऊपर 45,883 पर बंद हुआ। नैस्डेक कंपोजिट में 0.94% और S&P 500 में 0.21% तेजी रही।
सेंसेक्स बढ़ने का क्या मतलब है?
जब सेंसेक्स बढ़ता है तो यह दर्शाता है कि अंतर्निहित 30 शेयरों की कीमतें बढ़ गई हैं, जो बाजार में आशावाद को दर्शाता है। इसके विपरीत, सेंसेक्स में गिरावट से पता चलता है कि इन शेयरों की कीमतें गिर गई हैं, जो सावधानी या निराशावाद का संकेत है।
सेंसेक्स गिरने का क्या कारण है?
जब वैश्विक समस्याओं, फाइनेंशियल अस्थिरता या निवेशक के डर के कारण शेयर की कीमतें अचानक गिरती हैं, तो स्टॉक मार्केट क्रैश होता है. इसे आर्थिक संकट, प्रमुख घटनाओं या मार्केट बबल फटने से ट्रिगर किया जा सकता है. BSE सेंसेक्स और nse निफ्टी जैसे इंडेक्स में गिरावट आने से डर-आधारित बिक्री की स्थिति और भी खराब हो जाती है।
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