₹2 लाख/किलो का लक्ष्य और शेयर मार्केट में तेज़ी
नई दिल्ली: सफेद धातु चांदी(Silver) ने इस साल अभी तक 57% का शानदार रिटर्न दिया है, जिसने निवेशकों का ध्यान सोने के साथ-साथ इस ओर भी खींचा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ₹1,44,200 प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जबकि मार्च 2026 का कॉन्ट्रैक्ट ₹1,45,858 प्रति किलो तक चला गया है। चांदी की कीमतों में यह रिकॉर्ड तेज़ी मुख्य रूप से औद्योगिक मांग (सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स) में वृद्धि और उत्पादन की कमी के कारण आ रही है। जानकारों का अनुमान है कि मांग में तेज़ी की वजह से आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में चांदी(Silver) $70 प्रति औंस के उच्च स्तर को छू सकती है, जिससे घरेलू बाज़ार में इसका भाव ₹2 लाख प्रति किलोग्राम तक जा सकता है।
क्या चांदी उत्पादक कंपनियों के शेयर देंगे बंपर रिटर्न?
चांदी(Silver) की कीमतों में आई जबरदस्त उछाल का असर अब इसके उत्पादन में लगी कंपनियों के शेयरों पर भी दिखने की उम्मीद है। हालांकि, देश की सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) के शेयरों ने पिछले एक महीने में महज़ 10% का ही रिटर्न दिया है, जो चांदी(Silver) के 57% रिटर्न से काफी कम है। लेकिन, एमके ग्लोबल फाइनेंस सर्विसेज़ जैसे जानकारों का मानना है कि बढ़ती कीमतों का असर जल्द ही कंपनी के शेयरों पर दिखाई देगा और उनकी वैल्यू में वृद्धि होगी। इसलिए, कई विशेषज्ञ निवेशकों को फिजिकल चांदी खरीदने की बजाय, चांदी उत्पादन और खनन में लगी कंपनियों के शेयरों में पैसा लगाने की सलाह दे रहे हैं, जिससे उन्हें सीधा लाभ मिल सके।
भारत में मांग और निवेश की स्थिति
भारत में चांदी(Silver) की मांग और खपत उसके उत्पादन से कहीं ज़्यादा है। देश में हर साल करीब 700 टन चांदी का उत्पादन होता है, जबकि पिछले साल खपत 7,669 टन रही, यानी मांग को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर आयात करना पड़ता है। अनुमान है कि 2025 में भी देश की कुल चांदी की मांग 5,500 से 6,000 टन के बीच रहेगी। इस बढ़ते रुझान को देखते हुए, हाल के वर्षों में चांदी एक मजबूत निवेश साधन के रूप में उभरी है। निवेशक अब न केवल बुलियन और सिक्कों के रूप में, बल्कि सिल्वर ETF और चांदी उत्पादन करने वाली कंपनियों के शेयरों में भी निवेश कर रहे हैं, जिससे इसकी मांग और कीमतों में और तेज़ी आने की संभावना है।
इस साल चांदी ने अब तक कितने प्रतिशत का रिटर्न दिया है?
इस साल चांदी ने अब तक 57 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है।
चांदी का उपयोग किन प्रमुख उद्योगों में बढ़ रहा है, जिससे इसकी मांग तेज़ी से बढ़ी है?
चांदी का उपयोग सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक व्हीकल, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के निर्माण में बढ़ रहा है, जिससे इसकी औद्योगिक मांग तेज़ी से बढ़ी है।
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