प्रोफाइल डिटेल्स लीक होने का खुलासा
नई दिल्ली: वियना यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने वॉट्सएप(WhatsApp) के कॉन्टैक्ट डिस्कवरी फीचर में एक गंभीर सुरक्षा खामी का पता लगाया है, जिसके कारण साढ़े तीन अरब से अधिक यूजर्स का डेटा खतरे में है। यह खामी ठगों(Loophole Thugs) को यह जांचने की अनुमति देती है कि कोई भी फोन नंबर वॉट्सएप पर सक्रिय है या नहीं। एक बार सक्रिय पाए जाने पर, यह प्रोफाइल पिक्चर, स्टेटस, और अबाउट सेक्शन की डिटेल्स को बड़े पैमाने पर चोरी (हार्वेस्टिंग) करने का रास्ता खोलता है। रिसर्च में सामने आया कि इस बग का इस्तेमाल करके पाँच अकाउंट्स से सौ मिलियन प्रति घंटा की तेज़ी से साढ़े तीन अरब सक्रिय अकाउंट्स की जानकारी जुटाई गई, जिनमें छप्पन दशमलव सात प्रतिशत यूजर्स की प्रोफाइल पिक्चर(Profile Picture) और उनतीस दशमलव तीन प्रतिशत के अबाउट टेक्स्ट सामने आए।
भारत में सबसे अधिक यूजर्स प्रभावित
दुनिया के साढ़े तीन अरब प्रभावित यूजर्स में से, भारत के यूजर्स की संख्या सबसे अधिक है। देश के चौहत्तर दशमलव नौ करोड़ (करीब इक्कीस दशमलव छह सात प्रतिशत) यूजर्स के नंबर खतरे में बताए गए हैं। भारत के बाद इंडोनेशिया (तेईस दशमलव पाँच करोड़) और ब्राजील (बीस दशमलव सात करोड़) का स्थान है। ठग इस लीक हुई जानकारी का उपयोग पहचान की चोरी या फ़िशिंग जैसे दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए कर सकते हैं, क्योंकि कई ‘अबाउट’ टेक्स्ट में राजनीतिक विचार, धर्म या अन्य सोशल मीडिया लिंक्स जैसी निजी जानकारी मिली है।
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यूजर की जिम्मेदारी और मेटा के सुरक्षा कदम
इस खुलासे के बाद, वॉट्सएप के VP ऑफ इंजीनियरिंग नितिन गुप्ता ने कहा है कि इस रिसर्च ने उनके एंटी-स्क्रैपिंग मेजर्स को परखने में मदद की है और मेटा अब और मजबूत एंटी-स्क्रैपिंग टूल्स विकसित कर रहा है। हालांकि, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने कहा है कि प्राइवेसी अब यूजर की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने यूजर्स को अपनी प्रोफाइल को प्राइवेट सेट करने, ‘अबाउट’ सेक्शन में व्यक्तिगत डिटेल्स न डालने, और स्टेटस शेयरिंग को सीमित करने की सलाह दी है। वॉट्सएप(WhatsApp) ने स्वीकार किया है कि यह खामी मौजूद थी, लेकिन अब इसे ठीक कर दिया गया है और कॉन्टैक्ट क्वेरी पर रेट लिमिट लागू कर दी गई है।
वॉट्सएप के यूजर्स के डेटा लीक होने का मुख्य कारण क्या बताया गया है?
डेटा लीक होने का मुख्य कारण वॉट्सएप के कॉन्टैक्ट डिस्कवरी फीचर में मौजूद एक सुरक्षा खामी को बताया गया है। इस फीचर में रेट लिमिट की कमी होने के कारण कोई भी व्यक्ति लाखों नंबर प्रति घंटे स्कैन करके सक्रिय अकाउंट्स की सार्वजनिक जानकारी निकाल सकता था।
भारतीय यूजर्स अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए तुरंत क्या उपाय कर सकते हैं?
यूजर्स को तुरंत अपनी वॉट्सएप(WhatsApp) सेटिंग्स में जाकर अपनी प्रोफाइल फोटो, स्टेटस और अबाउट जानकारी की प्राइवेसी को “My Contacts” या “Nobody” पर सेट कर देना चाहिए, ताकि अपरिचित लोग ये डिटेल्स न देख सकें।
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