मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के सूर्यकुंडधाम नगर में 4.52 करोड़ रुपये से बने कल्याण मंडपम का लोकार्पण किया। उन्होंने जल संरक्षण नदियों के पुनर्जीवन और पौधारोपण पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियां जीवन रेखा हैं और इनके संरक्षण के लिए पौधारोपण जरूरी है। उन्होंने नागरिकों से सीसीटीवी कैमरे लगाने और शहर को स्वच्छ रखने की अपील की।
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सुर्यकण्ड धाम नगर में 4.52 करोड़ से बने शहर के दूसरे कल्याण मंडपम का लोकार्पण किया। इस अवसर पर समारोह में मौजूद जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने जल संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन, स्मार्ट सिटी की अवधारणा और नागरिक सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न संकटों से निपटने के लिए नदियों के पुनर्जीवन और पौधारोपण अभियान को जरूरी बताया और जनता से व्यापक भागीदारी की अपील की।
आने वाले समय में जल संकट एक बड़ी चुनौती बन सकता है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नदियां कभी हमारे जीवन की धमनियों के समान थीं, लेकिन आज वे लुप्त होती जा रही हैं। अगर समय रहते इन्हें पुनर्जीवित नहीं किया गया, तो आने वाले समय में जल संकट एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
कैचमेंट एरिया में बड़े पैमाने पर पौधारोपण जरूरी है
मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि नदियों के कैचमेंट एरिया में बड़े पैमाने पर पौधारोपण जरूरी है। एक पेड़ मां के नाम अभियान को भावनात्मक जुड़ाव का माध्यम बताते हुए उन्होंने इसे अपनाने की अपील की। यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह अभियान न केवल पर्यावरण रक्षा बल्कि हमारी संस्कृति और पूर्वजों के प्रति सम्मान का प्रतीक भी बन सकता है।
गोरखपुर में हो रहा है तेज़ी से स्मार्ट विकास
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले जहां गोरखपुर में एक भी रिंग रोड नहीं थी, आज शहर के चारों ओर आंतरिक और बाहरी रिंग रोड का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है। गोरखपुर से पिपराइच, कुशीनगर, देवरिया और वाराणसी तक सभी मुख्य मार्ग फोरलेन हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज रोड सोल्डरिंग सहित कई महत्वपूर्ण सड़कें चौड़ी की जा चुकी हैं।
सुरक्षा के लिए लगाएं सीसीटीवी कैमरे
सीएम योगी ने नागरिकों से अपने घरों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील करते हुए कहा कि तकनीक आपकी सुरक्षा का प्रमुख माध्यम है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन और नागरिक साथ मिलकर काम करें, तो गोरखपुर को सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जा सकता है।
स्वच्छता और जल निकासी की व्यवस्था पर फोकस
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि बारिश से पहले शहर के सभी नालों की सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन और नालों के नेचुरल ट्रीटमेंट की व्यवस्था से जलभराव की समस्या का समाधान संभव है। तकिया घाट पर किए गए प्रयोग को उन्होंने अन्य जगहों के लिए उदाहरण बताया।
Read more : Bihar news : गया जी एयरपोर्ट पर राहुल गांधी का हुआ जोरदार स्वागत