Panchayat Election 2026: उत्तर प्रदेश में साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अभी से अपनी तैयारी तेज कर दी है। पार्टी ने नेताओं के लिए एक साफ संदेश दिया है, अगर विधानसभा का टिकट चाहिए, तो 2026 के पंचायत चुनाव में पार्टी उम्मीदवार को जिताएं।
पंचायत चुनाव बना कांग्रेस संगठन का पहला लिटमस टेस्ट
हाल ही में गठित नए संगठन के लिए कांग्रेस का पहला लिटमस टेस्ट 2026 में होने वाला पंचायत चुनाव होगा।
- पार्टी ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पार्टी के समर्थन वाले उम्मीदवारों को जीत दिलाने में पूरी ताकत झोंक दें।
- जिसका प्रदर्शन पंचायत चुनाव में बेहतर होगा, वही 2027 विधानसभा चुनाव के लिए प्रबल दावेदार माना जाएगा।
100 दिन का बूथ लेवल अभियान शुरू
कांग्रेस ने 100 दिनों का संगठनात्मक कार्यक्रम शुरू किया है जिसके तहत:
- बूथ स्तर पर संगठन खड़ा किया जाएगा।
- नेताओं से कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र में सीधा जनसंपर्क और समन्वय बनाएं।
- कार्यकर्ताओं को भी पंचायत चुनाव को विधानसभा चुनाव की बुनियाद मानकर तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
टिकट की होगी परफॉर्मेंस बेस्ड समीक्षा
पार्टी सूत्रों के अनुसार:
- जो नेता पंचायत चुनाव में अपने क्षेत्र में सबसे अधिक जीत दर्ज कराएगा, उसकी दावेदारी विधानसभा टिकट के लिए सबसे मजबूत मानी जाएगी।
- पार्टी का मानना है कि पंचायत स्तर पर काम करने वाले नेता ही जमीनी स्तर पर प्रभावी होंगे।
संगठन को दी गई नई जिम्मेदारियां
Panchayat Election 2026: उत्तर प्रदेश कांग्रेस का नया संगठन सक्रिय हो गया है और अब उसे:
- क्षेत्रीय जनता से संवाद
- समस्याओं को समझना और हल निकालना
- पंचायत चुनाव में रणनीति और नेतृत्व देना
जैसे प्रमुख कार्य सौंपे गए हैं।