दो बेडरूम वाले तोड़ दिया घर का दरवाज़ा
कोत्तागुडेम: जिले के भद्राचलम में एक महिला कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ता ने धमकी दी है कि अगर उसे दो बेडरूम वाला मकान आवंटित नहीं किया गया तो वह आत्महत्या कर लेगी। सरिता नाम की महिला ने मनुबोथुला चेरुवु इलाके में एक खाली पड़े दो बेडरूम वाले घर का दरवाज़ा तोड़ दिया, घर में घुस गई और पेट्रोल की बोतल लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मीडिया (Media) से बात करते हुए, उसने आरोप लगाया कि लाभार्थियों के चयन के लिए आयोजित ग्राम सभा में उसे एक घर आवंटित किया गया था, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक उसे घर नहीं सौंपा है।
सच्चे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपेक्षा
उन्होंने मांग की कि जिस घर का दरवाज़ा उन्होंने तोड़ा था, वह खाली था और उसे उन्हें आवंटित किया जाना चाहिए। खुद को पूर्व विधायक पोडेम वीरैया का अनुयायी बताते हुए उन्होंने शिकायत की कि कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों के चयन में सच्चे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। अधिकारियों और पुलिस द्वारा यह विश्वास दिलाए जाने के बाद कि चूंकि उनका नाम लाभार्थियों की सूची में है, इसलिए उन्हें मकान आवंटित किया जाएगा, सरिता ने अपना विरोध वापस ले लिया।

आत्महत्या शब्द का अर्थ क्या होता है?
यह शब्द अपने ही जीवन को जानबूझकर समाप्त करने की क्रिया को दर्शाता है। इसमें व्यक्ति मानसिक, सामाजिक, आर्थिक या अन्य कारणों से जीवन समाप्त करने का निर्णय लेता है। यह एक संवेदनशील और गंभीर विषय है, जिस पर सामाजिक और कानूनी दृष्टि से गहन चर्चा होती है।
क्या आत्महत्या अपराध है?
भारतीय कानून में पहले इसे अपराध माना जाता था, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम 2017 के तहत प्रयास को अपराध की श्रेणी से हटाया गया है। अब इसे मानसिक स्वास्थ्य समस्या मानकर इलाज और मदद की आवश्यकता पर जोर दिया जाता है, ताकि व्यक्ति को जीवन जीने के लिए सहायता मिल सके।
आत्महत्या का सिद्धांत क्या है?
यह सिद्धांत समाजशास्त्र और मनोविज्ञान में व्यक्ति के आत्महत्या करने के कारणों को समझाने के लिए प्रयुक्त होता है। इसमें सामाजिक दबाव, मानसिक तनाव, अवसाद, आर्थिक तंगी और व्यक्तिगत समस्याओं को मुख्य कारक माना जाता है। अलग-अलग विचारधाराएं इसके सामाजिक और व्यक्तिगत पहलुओं पर प्रकाश डालती हैं।
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