Rishi Panchami : 28 अगस्त गुरुवार (Thursday) को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को (Rishi Panchami) ऋषि पंचमी मनायी जाती है। साथ ही आज 1 बजकर 18 मिनट तक शुक्ल योग रहेगा। सुबह 8 बजकर 44 मिनट तक चित्रा नक्षत्र रहेगा, उसके बाद स्वाती नक्षत्र लग जायेगा। ऐसे में आइए जान लेते हैं कि आज के दिन किन उपायों को करने से आपको लाभ होगा।
- अगर आप मनचाही सफलता पाना चाहते है तो गुरुवार के दिन स्वाती नक्षत्र में माता या माता जैसी किसी स्त्री को सीप लगा हुआ कोई कपड़ा या समुद्री सीप भेंट करें। ऐसा करने से आपकी मनचाही सफलता सुनिश्चित होगी।
- अगर आपके जीवन में सब मंगलमय हो और खुशियां आपके द्वार पर खड़ी रहे, इसके लिये गुरुवार के दिन हाथी के दो खिलौने लाकर, उन्हें साफ पानी से धोकर घर में पूजा के मंदिर में रखें और उनके आगे तिल के तेल का एक दीपक जलायें। ऐसा करने से आपके जीवन में आनंद, मंगल की वृद्धि होगी।
- अगर आपके दाम्पत्य जीवन में कुछ वैचारिक मतभेद चल रहे हैं, जिसकी वजह से अक्सर आपके और आपके जीवनसाथी के बीच तकरार होती रहती है, तो इस स्थिति से बाहर निकलने के लिये आज के दिन दूध, चावल की खीर बनाएं और हो सके तो उसमें थोड़ा-सा केसर भी डाल दें। अब श्री विष्णु को इस खीर का भोग लगाएं। साथ ही इस मंत्र का जाप करें- ‘माधवाय नमः।’ करने से आपके दाम्पत्य जीवन में चल रहे वैचारिक मतभेद जल्द ही समाप्त होंगे।
गुरुवार के दिन किसी लड़ने वाले सब्जी विक्रेता से लौकी खरीदकर मंदिर में दान करें
- अपने जीवन में पॉजिटिविटी बनाये रखने के लिये और जीवन को एक नयी दिशा देने के लिये गुरुवार के दिन किसी लड़ने वाले सब्जी विक्रेता से लौकी खरीदकर मंदिर में दान करें। ऐसा करने से आपके जीवन में पॉजिटिविटी आयेगी और जीवन को एक नयी दिशा मिलेगी।
- अपने जीवन को नयी ऊंचाईयों तक ले जाने के लिये गुरुवार के दिन अर्जुन के चूर्ण की गोली बनाकर महाकाली को अर्पित करें। अगर आपको अर्जुन का चूर्ण न मिले तो अर्जुन के वृक्ष का स्मरण करते हुए, जौ की रोटी बनाकर, उस पर घी और गुड़ रखकर माता को अर्पित करें। बाद में आप ये प्रसाद स्वयं भी ग्रहण कर सकते हैं। ऐसा करने से आपका जीवन नित नई ऊंचाईयों को छूता जायेगा।
- हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिये आज के दिन स्वाति नक्षत्र में मिट्टी और जौ के आटे को मिलाकर, उसकी गोलियांतिल के तेल में सानकर बनानी चाहिए। उसके बाद इन गोलियों को भट्टी में पकाकर अपने पास रखना चाहिए। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता ही सफलता मिलेगी।
- अपनी वाणी को दूसरों के सामने प्रभावित बनाने के लिये और अपनी कलम की ताकत से दुनिया को हिलाने के लिये गुरुवार के दिन साबुत छिलकेदार, उबली हुई मूंग का प्रसाद दुर्गा जी को आर्पित करें। ऐसा करने से आपकी वाणी और कलम दोनों में अपने आप बड़ा ही पॉजिटिव और जादुई असर आजायेगा।
- अगर आप जीवन में निगेटिव सिचुएशन से बचे रहना चाहते हैं, तो आपको भगवान विष्णु की पूजा के समय पांच गोमती चक्र लेकर भगवान के सामने रखने चाहिए और उनकी विधि-विधान पूर्वक धूप-दीप आदि से पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद उन गोमती चक्र को उठाकर, एक पीले रंग के कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें। ऐसा करने से आप जीवन में निगेटिव सिचुएशन से बचे रहेंगे।
गुरुवार, स्वाति नक्षत्र और शुक्ल योग
- अगर आप किसी भी काम में अपनी तरक्की सुनिश्चित करना चाहते है तो गुरुवार, स्वाति नक्षत्र और शुक्ल योग के संयोग में आपको अपने लिए कोई ऐसा जूता या चप्पल लेनी चाहिए, जिसमें कोई चमकीली चीज़ लगी हो। आज के दिन इस तरह का जूता या चप्पल खरीदकर पहनने से आपके काम की तरक्की सुनिश्चित होगी।
- अगर आपको किसी दुर्घटना का या किसी अनहोनी घटना का भय बना रहता है। तो गुरुवार के दिन गेहूं और जौ के आटे से बनी रोटी अपने घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में जाकर, किसी मजदूर को दें। आज के दिन ऐसा करने से आपका दुर्घटना भय समाप्त हो जायेगा और आपके अन्दर कॉन्फिडेंस आयेगा।
ऋषि पंचमी के पीछे क्या कहानी है?
ऋषि पंचमी Rishi Panchami की कथा के अनुसार, एक नगरी में एक कृषक और उसकी पत्नी रहती थी। एक बार उसकी पत्नी रजस्वला हो गई, लेकिन यह जानने के बावजूद वह अपने कार्यों में लगी रही। जिस कारण उसे दोष लग गया, चूंकि उसका पति भी इस दौरान उसके संपर्क में आ गया, तो वह भी इस दोष का शिकार हो गया, जिस कारण वह दोनों अगले जन्म में जानवर बन गए।
क्यों मनाई जाती है ऋषि पंचमी?
ऋषि पंचमी Rishi Panchami का व्रत इस दोष से मुक्ति और आत्मशुद्धि के लिए किया जाता है। यह पर्व महिलाओं को उनके पिछले और वर्तमान जन्म के पापों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। यह ना केवल आध्यात्मिक शुद्धता पर बल देता है बल्कि समाज में नैतिकता और धर्म के प्रति जागरूकता भी बढ़ाता है।
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