हैदराबाद । पुलिस महानिदेशक, डॉ. जितेंद्र (Dr. Jitendra) ने तेलंगाना भर में आपराधिक गिरोहों द्वारा किए गए अपराधों और मादक पदार्थों (Drug-related) से संबंधित अपराधों के खिलाफ केंद्रित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। डीजीपी गुरुवार को डीजीपी कार्यालय में आयोजित पहली अर्धवार्षिक अपराध समीक्षा बैठक के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
संगठित अपराध से निपटने के लिए कड़े कानूनी प्रावधान मौजूद
डीजीपी डॉ. जितेंद्र ने कहा कि संगठित अपराध से निपटने के लिए कड़े कानूनी प्रावधान मौजूद हैं और पुलिस अधिकारियों, आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों की यह ज़िम्मेदारी है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में सक्रिय आपराधिक गिरोहों की सक्रिय रूप से पहचान करें और उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
केंद्रित निगरानी और कानूनी कार्रवाई बेहद ज़रूरी
उन्होंने बताया कि ऐसे गिरोहों से जुड़े कई अपराधी दो दशकों से भी ज़्यादा समय से जेल की सज़ा काट रहे हैं और उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि केंद्रित निगरानी और कानूनी कार्रवाई बेहद ज़रूरी है। डीजीपी ने राज्य में नशीले पदार्थों की आपूर्ति और उपयोग पर अंकुश लगाने के लिए कड़े प्रयास करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थो का दुरुपयोग युवाओं के लिए ख़तरा बन रहा है और उन्होंने रोकथाम और जागरूकता दोनों उपायों की आवश्यकता पर बल दिया।
मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल नाइजीरियाई नागरिकों की गिरफ्तारी की जानकारी दी गई
उन्होंने अधिकारियों को ज़ब्त की गए नशीले पदार्थो के स्रोत का पता लगाने के निर्देश दिए, जो अक्सर दूसरे राज्यों से तस्करी करके लाई जाती हैं। बैठक के दौरान ईगल निदेशक संदीप शांडिल्य ने मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल नाइजीरियाई नागरिकों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। औषधि नियंत्रण निदेशक शाहनवाज़ कासिम ने स्थानीय पुलिस से नकली दवाओं के ख़िलाफ़ प्रयासों में सहयोग करने का आग्रह किया। सीआईडी के डीआईजी श्री नारायण नाइक, आईपीएस ने उपस्थित लोगों को नए कानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी दी।
आपराधिक गिरोह क्या होता है?
एक ऐसा समूह होता है जो एक संगठित तरीके से अवैध और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता है। ये गतिविधियाँ जैसे – हत्या, लूट, तस्करी, ड्रग्स व्यापार, अपहरण, जबरन वसूली आदि शामिल हो सकती हैं।
भारत में आपराधिक गिरोहों से निपटने के लिए कौन-कौन से कानून हैं?
भारत सरकार ने आपराधिक गिरोहों और संगठित अपराध से निपटने के लिए कई कानून बनाए हैं।
Read also: Handloom: तेलंगाना ने हथकरघा श्रमिकों के समर्थन में मानक स्थापित किए: तुम्मला