तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने विश्वास जताया कि आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में डीएमके एक बार फिर से सत्ता में वापसी करेगी।
तमिलनाडु में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राज्यभर में सियासी में गर्माहट अपने चरम पर है। राजनीतिक पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारी भी तेज कर दी है। इसी बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ द्रमुक (डीएमके) पार्टी के प्रमुख एमके स्टालिन ने मंगलवार को विश्वास जताया कि उनकी पार्टी 2026 के विधानसभा चुनावों में एक बार फिर सत्ता में वापसी करेगी। साथ ही उन्होंने विपक्षी गठबंधन अवसरवादी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग अवसरवादी गठबंधन बनाकर बार-बार तमिलनाडु के साथ धोखा कर चुके हैं, वे डीएमके की हार की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन जनता उनके सारे हिसाब-किताब गलत साबित कर देगी।
डीएमके के कल्याणकारी योजनाओं पर जोर
डीएमके सरकार के चार साल पूरे होने पर पार्टी कार्यकर्ताओं को लिखे एक पत्र में स्टालिन ने कहा कि पार्टी की कल्याणकारी नीतियों और वादों को निभाने की वजह से जनता फिर से डीएमके को चुनेगी। उन्होंने बताया कि 2021 चुनाव से पहले किए गए 505 वादों में से अधिकतर को पूरा किया जा चुका है और बाकी भी जल्द पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जनता के बीच जाकर सरकार की उपलब्धियों को जनसभाओं और प्रचार के माध्यम से बताएं।
सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर फोकस
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता तक पहुंचने के लिए कार्यकर्ताओं से सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल की अपील की। उन्होंने कहा कि एक घंटे के भाषणों से ज्यादा असर आज 30 सेकंड की वीडियो और रील्स डालती हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि ऐसे प्रभावी वीडियो सोशल मीडिया और व्हाट्सएप समूहों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाएं।
‘राजनीतिक धमकियों से नहीं डरती DMK’
चुनावी घमासान में जारी आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति की भी बात की। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी डीएमके किसी भी राजनीतिक प्रतिशोध के तौर पर विभिन्न एजेंसियों के इस्तेमाल या धमकी से डरने वाली नहीं है क्योंकि यह स्वाभिमान का आंदोलन है। उन्होंने कहा कि यह तमिलनाडु के अधिकारों को वापस दिलाने वाला आंदोलन है, और देश को राह दिखाने वाला भी।