सावन में करती है व्रत, रोज जाती है शिव मंदिर
Ujjain : उज्जैन (Ujjain) की यह चार पैरों वाली भक्त (Maxi) ‘मैक्सी’ सिर्फ एक जानवर नहीं, भक्ति की एक जीवंत प्रेरणा बन चुकी है। ‘मैक्सी’ ऑफिसर की भक्ति ने सबका दिल जीता शिवभक्ति में लीन यह मूक प्राणी हर दिन मंदिर जाकर आस्था की नई परिभाषा गढ़ रहा है।
Ujjain :सावन का पवित्र महीना चल रहा है. भगवान शिव की आराधना और उपवासों का ये महीना आस्था की मिसाल बनकर सामने आता है. लेकिन क्या आपने कभी किसी जानवर को व्रत रखते देखा है? मध्य प्रदेश के उज्जैन की एक फीमेल डॉग ‘मैक्सी’ इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है. वजह है उसका हर सोमवार को व्रत रखना. ये कोई आम डॉग नहीं, बल्कि उज्जैन पुलिस विभाग की ‘ऑन रिकॉर्ड’ कर्मचारी है. वह उज्जैन के नानाखेड़ा थाने में पदस्थ है।
Ujjain : सावन में जहां इंसानों की आस्था शिवभक्ति में डूबी होती है, वहीं उज्जैन में एक डॉग ऑफिसर “मैक्सी” भी इन दिनों चर्चा में है. वजह है उसका अनुशासित सावन व्रत और मंदिर जाना. ये कोई कहानी नहीं, बल्कि खुद उज्जैन पुलिस की ड्यूटी डॉग ‘मैक्सी’ की हकीकत है.मैक्सी इन्हीं वजहों से इनदिनों सोशल मीडिया पर छायी हुई है और सब उसकी भक्ति के मुरीद हो रहे हैं।
मैक्सी कौन है?
मैक्सी कोई साधारण जानवर नहीं है वो पुलिस ऑफिसर की तरह ड्यूटी करती है. उज्जैन के महाकाल थाने में तैनात यह डॉग हर दिन अपने हेंडलर के साथ ड्यूटी पर जाती है और जब कोई संदिग्ध आता है, तो तुरंत सतर्क हो जाती है. उसकी ट्रेनिंग और समर्पण ने उसे विभाग का खास हिस्सा बना दिया है. यही नहीं, वह इंसानों की तरह भगवान शिव में आस्था भी रखती है, ऐसा दावा खुद पुलिसकर्मी कर रहे हैं. मैक्सी उज्जैन पुलिस डिपार्टमेंट की एक स्पेशल स्निफर डॉग है, जो कई बड़े केस सुलझाने में मदद कर चुकी है. लेकिन इस बार वो धार्मिक आस्था के चलते सुर्खियों में है. उसके हैंडलर के अनुसार, मैक्सी हर साल सावन आते ही खाना-पीना थोड़ा कम कर देती है, और शिव मंदिर के बाहर चुपचाप बैठी नजर आती है।
हर सोमवार करती है मंदिर में दर्शन
स्थानीय पुलिसकर्मियों की मानें तो सोमवार को मैक्सी का व्यवहार बेहद अलग होता है. वो खुद-ब-खुद मंदिर की ओर खिंचती है और जैसे ही घंटी बजती है, वो शांत होकर बैठ जाती है. उसे शिव आरती की धुन बहुत पसंद है और आरती खत्म होने तक वह हिलती भी नहीं।
हर सावन सोमवार रखती है व्रत?
हर सावन सोमवार को मैक्सी खाना नहीं खाती. पुलिस विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि बाकी दिनों में वह सामान्य रूप से खाना खा लेती है, लेकिन जैसे ही सोमवार आता है वो भोजन को सूंघकर छोड़ देती है. उसे दूध या पानी दिया जाता है, और वह चुपचाप अपना दिन बिता देती है. यह आदत पिछले 2 साल से लगातार जारी है. हालांकि वैज्ञानिक नजरिए से इसे सिर्फ एक ‘रूटीन बदलाव’ माना जा सकता है, लेकिन उसके हैंडलर का कहना है कि सावन के दौरान वह सिर्फ हल्का खाना ही खाती है और दिन में ज्यादा बार पानी पीती है. जैसे ही सावन शुरू हुआ, मैक्सी ने हरी सब्जियां खाना शुरू कर दिया और मांसाहार से खुद को पूरी तरह दूर कर लिया.इसे देख पुलिसकर्मी भी चौंकते हैं और इसे ‘भगवान शिव की कृपा’ मानते हैं।
व्रत रखने की शुरुआत कैसे हुई?
सावन के पहले साल में सोमवार को वह अपने आप खाना छोड़ने लगी थी. शुरुआत में सबको लगा ये संयोग है, लेकिन जब यह पैटर्न हर सोमवार दोहराने लगी तो सभी चौंक गए।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है मैक्सी
मैक्सी की इस भक्ति को देखकर कई लोग सोशल मीडिया पर इसे “सच्ची शिवभक्त” बता रहे हैं तो कुछ ने तो यह तक कह दिया कि इंसानों से ज्यादा आस्था इस डॉग में दिखती है. उज्जैन के कुछ स्थानीय पेजों पर उसकी फोटो और वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं।
आस्था का अलग ही रूप
मैक्सी की कहानी यही दिखाती है कि आस्था सिर्फ इंसानों तक सीमित नहीं. कभी-कभी पशु भी वह कर जाते हैं, जो इंसान सोच भी नहीं पाता. सावन की ये श्रद्धा, उज्जैन की सड़कों से लेकर मंदिरों तक, अब चार पैरों पर चल रही है नाम है, ‘मैक्सी।