Easiest Courses: ये हैं 5 सबसे आसान कोर्स

बोर्ड रिजल्ट

12वीं में 45% से कम मार्क्स वाले भी कर सकेंगे पढ़ाई, मिल जाएगी नौकरी

यूपी, बिहार, उत्तराखंड, आईसीएसई, आईएससी समेत कई बोर्ड रिजल्ट जारी हो गए हैं. अगले कुछ दिनों में सीबीएसई और एमपी बोर्ड रिजल्ट 2025 भी घोषित कर दिए जाएंगे. इनमें कुछ स्टूडेंट्स 90 परसेंट से ज्यादा स्कोर करेंगे तो कुछ 50 से भी कम. जानिए कुछ ऐसे आसान कोर्सेस, जिनकी पढ़ाई करके कम नंबर वाले भी अच्छी नौकरी हासिल कर सकते हैं।

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नई दिल्ली (Easiest Courses after 12th). विभिन्न बोर्ड्स ने 10वीं, 12वीं के रिजल्ट घोषित कर दिए हैं. सीबीएसई, एमपी और राजस्थान बोर्ड रिजल्ट भी जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे. बोर्ड रिजल्ट घोषित होते ही टॉपर्स की कहानियां वायरल होने लगती हैं. कोई जज बनना चाहता है, कोई इंजीनियर-डॉक्टर तो कोई सरकारी अफसर. लेकिन इन्हीं के बीच कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं, जो किसी तरह से बोर्ड परीक्षा में पास होते हैं और आगे आसान कोर्स की पढ़ाई करके करियर बनाना चाहते हैं।

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  • अगर बच्चा पढ़ाई में कमजोर है और 12वीं में मुश्किल से पास हुआ है तो ऐसे कोर्स चुनना जरूरी है जो सरल हों, कम समय में पूरे हो सकें और नौकरी या बिजनेस के अवसर भी प्रदान करें।
  • जानिए 5 सबसे आसान कोर्स, जिनमें पढ़ाई का प्रेशर कम है और नौकरी या बिजनेस की संभावना भी रहती हैं. ये कोर्स आमतौर पर डिप्लोमा या सर्टिफिकेट स्तर के हैं और किसी भी स्ट्रीम (आर्ट्स, कॉमर्स, साइंस) के स्टूडेंट्स इनमें एडमिशन ले सकते हैं।

1. डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग

कहां से करें: कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Coursera, Udemy या स्थानीय इंस्टीट्यूट जैसे NIIT, Aptech या Digital Vidya ये कोर्स ऑफर करते हैं. कुछ इंस्टीट्यूट में 50% अंकों की न्यूनतम आवश्यकता भी नहीं होती है.
एडमिशन: 12वीं पास (किसी भी स्ट्रीम से), बिना प्रवेश परीक्षा के सीधा एडमिशन।

2. डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन

इस कोर्स में MS Office, टाइपिंग, इंटरनेट यूज और बेसिक प्रोग्रामिंग जैसी कंप्यूटर स्किल्स सीख सकते हैं. डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन के लिए गहरी तकनीकी समझ की जरूरत नहीं है. इसमें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर फोकस किया जाता है. पढ़ाई में कमजोर स्टूडेंट्स रोजमर्रा के कंप्यूटर इस्तेमाल से इसका डिप्लोमा हासिल कर सकते हैं. इसकी अवधि 6 महीने से 1 साल है।

नौकरी: डेटा एंट्री ऑपरेटर, ऑफिस असिस्टेंट या कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव जैसी नौकरियां आसानी से मिल सकती हैं. शुरुआती सैलरी 10,000-20,000 रुपये प्रति माह. छोटे शहरों में भी डिमांड है।
बिजनेस: कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर खोल सकते हैं या फ्रीलांस डेटा एंट्री वर्क ले सकते हैं. साइबर कैफे या प्रिंटिंग/स्कैनिंग सर्विसेज भी शुरू की जा सकती हैं।

कहां से करें: स्थानीय इंस्टीट्यूट जैसे Aptech, Jetking या सरकारी ITI सेंटर्स में भी उपलब्ध है. कई ऑनलाइन कोर्स भी हैं.
एडमिशन: 12वीं पास, बिना प्रवेश परीक्षा. कुछ संस्थानों में 45-50% (12वीं) अंक मांगे जा सकते हैं।

  • 3. सर्टिफिकेट कोर्स इन टैली (Certificate Course in Tally)
    टैली एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है. इसे सीखना काफी सरल है. यह बेसिक अकाउंटिंग कॉन्सेप्ट्स और सॉफ्टवेयर ऑपरेशन पर फोकस करता है. सर्टिफिकेट कोर्स इन टैली के लिए कठिन गणित की जरूरत नहीं है. प्रैक्टिकल ट्रेनिंग से कमजोर स्टूडेंट्स भी इसे आसानी से सीख सकते हैं. इस कोर्स की अवधि भी आमतौर पर 3 से 6 महीने होती है।
  • नौकरी: छोटी-बड़ी कंपनियों में अकाउंटिंग असिस्टेंट, बिलिंग क्लर्क या टैली ऑपरेटर की नौकरियां मिल सकती हैं। शुरुआती सैलरी 12,000-20,000 रुपये प्रति माह. कॉमर्स स्टूडेंट्स को थोड़ा फायदा हो सकता है, लेकिन नॉन कॉमर्स बैकग्राउंड वाले भी इसे सीख सकते हैं।

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