खरगे देंगे सांसदों को रात्रिभोज
नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे(Mallikarjun Kharge) उपराष्ट्रपति चुनाव(Election) से पहले विपक्षी दलों के सांसदों के लिए विशेष रात्रिभोज का आयोजन करने जा रहे हैं। यह डिनर 8 सितंबर की शाम संसद भवन में होगा। इसका उद्देश्य इंडिया ब्लॉक के दलों को एकजुट करना और उनके समर्थन को सुदृढ़ करना है। उपराष्ट्रपति पद के लिए 9 सितंबर को मतदान होना है, जिसमें मुकाबला बी. सुदर्शन रेड्डी और एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन के बीच होगा।
विपक्ष की एकजुटता और उम्मीदवार को समर्थन
खरगे का यह कदम विपक्षी गठबंधन की एकता को और मज़बूत करने के तौर पर देखा जा रहा है। उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का भी समर्थन मिला है। ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर बताया कि तेलंगाना(Telangana) के मुख्यमंत्री ने उनसे अनुरोध किया था कि वे रेड्डी के पक्ष में खड़े हों।
रेड्डी का हैदराबाद से गहरा नाता है और वे एक सम्मानित न्यायविद रहे हैं। विपक्ष उन्हें एक साझा उम्मीदवार के रूप में देख रहा है ताकि एनडीए प्रत्याशी के खिलाफ मजबूती से खड़े हो सके।
चुनाव की प्रक्रिया और संवैधानिक प्रावधान
21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत में स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफ़ा दिया था। इसके बाद यह पद रिक्त हो गया। अब 9 सितंबर को नए उपराष्ट्रपति के चुनाव(Election) के लिए मतदान होगा।
संविधान के अनुच्छेद 64 और 68 के अनुसार उपराष्ट्रपति का चुनाव(Election) संसद के दोनों सदनों के निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है। चुनाव(Election) आयोग इसे राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम, 1952 के तहत अधिसूचित करता है।
मतदान प्रणाली और गोपनीयता
भारत के संविधान के अनुच्छेद 66(1) के अनुसार यह चुनाव(Election) आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली से एकल संक्रमणीय मत पद्धति द्वारा होता है। मतदान गुप्त मतदान से संपन्न कराया जाता है ताकि सांसद स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से अपना मत दे सकें।
इस प्रक्रिया में जीत हासिल करने के लिए उम्मीदवार को बहुमत प्राप्त करना आवश्यक है। यही कारण है कि विपक्ष एकजुटता दिखाने और समर्थन सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दे रहा है।
खरगे द्वारा आयोजित डिनर का क्या उद्देश्य है ?
इस रात्रिभोज का मुख्य लक्ष्य विपक्षी सांसदों को संगठित करना और बी. सुदर्शन रेड्डी के पक्ष में समर्थन सुनिश्चित करना है। इससे एनडीए के उम्मीदवार को टक्कर देने की रणनीति को मजबूती मिलेगी।
उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान किस प्रकार होगा ?
यह चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत एकल संक्रमणीय मत पद्धति से होगा। सांसद गुप्त मतदान द्वारा वोट डालेंगे, और अधिक समर्थन पाने वाला उम्मीदवार उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होगा।
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