Fake Paneer: गोरखपुर के पिपराइच प्रदेश में एक अवैध कारखाना (Factory) पर खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारकर नकली पनीर बनाने वाले बड़े गिरोह का खुलासा किया है।
इस कारखाना में हर दिन करीब 50 से 55 क्विंटल पनीर तत्पर किया जा रहा था, वो भी बिना दूध के!
यहां मिल्क पाउडर, डिटर्जेंट, गुलाब जल, फैब्रिक व्हाइटनर और सैकरीन जैसे खतरनाक रसायनों का उपयोग कर सिंथेटिक पनीर मुस्तैद किया जा रहा था।
छापेमारी में मिला 250 किलो नकली पनीर और 800 लीटर मिलावटी दूध
टीम ने छापेमारी के दौरान 250 किलोग्राम नकली पनीर और 800 लीटर मिलावटी दूध जब्त कर नष्ट कराया। साथ ही कारखाना को सील कर दिया गया।
मौके से करीब 10 तरह के रासायनिक (Chemical) और मिल्क पाउडर के पैकेट बरामद हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि इनका प्रयोग मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक हो सकता है।
बिहार तक हो रही थी नकली पनीर की सप्लाई
कारखाना गोरखपुर के बरईपार गांव में स्थित थी, जहां से उत्तर इलाका के अन्य जिलों जैसे महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर और बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों तक नकली पनीर की सप्लाई की जाती थी। हरियाणा के नूंह जिले से लाए गए कारीगर इस धंधे को अंजाम दे रहे थे।

फूड डिपार्टमेंट की टीम ने की बड़ी कार्रवाई
Fake Paneer: सहायक आयुक्त खाद्य डॉ. सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने फैक्ट्री को सील कर छानबीन आरंभ की।
मौके से लिए गए नमूनों को लैब भेजा गया है। अधिकारियों ने कहा कि सैकरीन और कोस्टर कलर जैसे जहरीले तत्व पनीर में पाए गए हैं।
स्वास्थ्य के लिए खतरा बना ये सिंथेटिक पनीर
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस प्रकार का नकली पनीर पेट, लिवर और किडनी पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। लगातार सेवन करने से कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।