पटना। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने 101 करोड़ रुपये के गबन मामले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को एक सहकारी बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया। यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी गई है। बयान में कहा गया है कि पुलिस ने पटना से शाखा प्रबंधक सईद शाहनवाज़ और उसके दो सहयोगियों शौकत अली और रजनीकांत को गिरफ्तार किया है।
ED धनशोधन कानून के तहत शाहनवाज़ के खिलाफ जांच कर रहा है
ईओडब्ल्यू द्वारा जारी बयान के अनुसार, “जांच में पता चला है कि शाहनवाज़ ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर तथा बैंक के अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी खाते खोले और जालसाजी (forgery) कर सरकारी राशि (जिसमें कर्मचारियों के अंशदान भी शामिल थे) उन खातों में जमा की और धन का गबन किया। वह 1998 से 2023 तक पटना और वैशाली के दो सहकारी बैंकों में तैनात था और इस दौरान कुल 101 करोड़ रुपये की सार्वजनिक धनराशि का गबन किया।”
बयान में यह भी कहा गया है कि इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी धनशोधन कानून के तहत शाहनवाज़ के खिलाफ जांच कर रहा है। आगे की तफ्तीश जारी है।
बिहार में आर्थिक अपराध इकाई क्या है?
आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, जिसे EOU, बिहार भी कहा जाता है, आर्थिक और साइबर अपराधों से संबंधित सभी मामलों के साथ-साथ नारकोटिक्स/नकली मुद्रा/मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) आदि के लिए नोडल एजेंसी है, और बिहार राज्य में आय से अधिक संपत्ति सहित भ्रष्टाचार के मामलों पर कार्रवाई भी करती है।
बिहार में सबसे ज्यादा क्राइम वाला जिला कौन सा है?
हत्या की ज्यादा घटनाएं सीवान, मुजफ्फरपुर, वैशाली, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, गया, शेखपुरा, नालंदा, लखीसराय, जमुई, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा और पूर्णिया में हुईं। ये ऐसे जिले हैं जहां अन्य जिलों के मुकाबले हत्या की वारदात ज्यादा हुई।
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