Fuel Ban दिल्ली में 1 जुलाई से पेट्रोल बंद, ANPR कैमरे लगे ईंधन प्रतिबंध की शुरुआत क्यों हुई?
दिल्ली सरकार और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने 1 जुलाई 2025 से Fuel Ban लागू करने की घोषणा की है। इसके तहत 10 साल से पुराने डीजल और 15 साल से पुराने पेट्रोल/CNG वाहनों को किसी भी फ्यूल स्टेशन से ईंधन नहीं मिलेगा।
कैमरे कैसे निगरानी करेंगे?
- लगभग 500 पेट्रोल पंपों पर ANPR कैमरे लगाये जा चुके हैं, बाकी 20 को जून अंत तक कवर कर लिया जाएगा।
- कैमरा नंबर प्लेट पढ़कर VAHAN डेटाबेस से Vehicle Age चेक करेगा, और नियमों का उल्लंघन होने पर इंस्टेंट अलर्ट भेजेगा।
- लगभग 200 तत्काल प्रवर्तन टीमें पेट्रोल पंपों पर तैनात रहेंगी, जो उल्लंघन पर तुरंत कार्रवाई करेंगी।

कौन-कौन प्रभावित होंगे?
- 10 साल से अधिक पुराने डीजल और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल/CNG वाले सभी वाहन दिल्ली में ईंधन नहीं भरवा पाएंगे, चाहे वे किसी भी राज्य में रजिस्टर्ड हों।
- अनुमानित 62 लाख+ वाहनों को इससे प्रभाव पड़ेगा, जिनमें लगभग 41 लाख दोपहिया शामिल हैं।
क्या नियम टूटा तो क्या होगा?
- कैमरा अलर्ट भेजेगा; स्टाफ ईंधन देने से मना कर देगा।
- जरुरत पड़ी तो वाहन जब्त या स्क्रैप हेतु भेजा जा सकता है।
- पेट्रोल पंप को डेढ़ प्रणालियों में SOP का पालन करना होगा—बोर्ड, स्टाफ ट्रेनिंग, डिजिटल लॉगिंग और साप्ताहिक रिपोर्टिंग ।
- नियम तोड़ने वाले डीलर्स को फाइन/पेनल्टी का सामना करना पड़ सकता है, और आगे legal action हो सकती है ।

क्यों जरूरी है Fuel Ban?
- दिल्ली की खराब वायु का एक बड़ा कारण पुराने वाहन<br>
- सुप्रीम कोर्ट/NGT के आदेशों का अनुपालन आवश्यक<br>
- प्रदूषण नियंत्रण के लिए यह एक ताकतवर तंत्र है।
आगे की योजना
- 1 नवंबर 2025 से यह नियम NCR के प्रमुख जिलों (गुरुग्राम आदि) में लागू होगा।<br>
- बाकि NCR में 1 अप्रैल 2026 से लागू होगा।
- Fuel Ban के तहत पुरानी गाड़ियों को ईंधन नहीं मिलेगा — दिल्लीवासियों को अब पहले से जांच-परख कर ही वाहन चलाना होगा।
- ANPR कैमरे+प्रवर्तन टीमें+कड़ाई SOP से यह नियम सख्ती से लागू किया जाएगा।
- उद्देश्य है: दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधारना और पुराने प्रदूषणकारी वाहनों को हटाना।
- वाहन मालिकों को सुझाव: 1 जुलाई से पहले अपने वाहन की स्थिति जांचें, स्क्रैप कराएं, या हालत सुधारें।