संयुक्त राष्ट्र ने जताई गंभीर चिंता
गाजा सिटी: संयुक्त राष्ट्र ने गाजा(Gaza) में अकाल की स्थिति की घोषणा कर चेतावनी दी है कि करीब पांच लाख लोग भुखमरी की कगार पर हैं। रिपोर्ट के अनुसार, यदि युद्ध-विराम नहीं हुआ और मानवीय सहायता का प्रवाह जारी न रहा तो यह संकट और भी गहराएगा। दूसरी ओर, इजरायल(Israel) ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा है कि गाजा में भुखमरी जैसी स्थिति नहीं है।
पहली बार गाजा में घोषित हुआ अकाल
‘इंटिग्रेटेड फूड सिक्योरिटी फेज क्लासिफिकेशन’ ने कहा कि गाजा(Gaza) सिटी में अकाल फैल चुका है और यदि हालात नहीं सुधरे तो यह अगले माह तक दीर अल-बलाह और खान यूनिस तक पहुंच सकता है। रिपोर्ट में बताया गया कि लगातार सैन्य कार्रवाई और मानवीय सहायता की कमी ने फिलिस्तीनी नागरिकों, विशेषकर बच्चों, को गहरी संकट की ओर धकेल दिया है।
आईपीसी ने पश्चिम एशिया(West Asia) के युद्धग्रस्त क्षेत्र में पहली बार अकाल की पुष्टि की है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे इजरायल पर युद्ध-विराम समझौते का दबाव बढ़ सकता है। वहीं, इजरायल की योजना है कि गाजा पट्टी के शहरों पर नियंत्रण मजबूत किया जाए, जिससे खाद्य संकट और गहराने की आशंका है।
लड़ाई और नाकाबंदी से बढ़ी भूख
आईपीसी के मुताबिक, गाजा पट्टी में 22 महीने से जारी संघर्ष, बड़े पैमाने पर विस्थापन और खाद्य उत्पादन ठप होने से भुखमरी बढ़ रही है। करीब पांच लाख लोग, यानी कुल आबादी का चौथाई हिस्सा, गंभीर स्तर की खाद्य असुरक्षा झेल रहा है और कई लोग कुपोषण से मौत के खतरे में हैं।
हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन दावों को “झूठ” बताते हुए कहा कि ऐसी खबरें हमास की ओर से फैलाई जा रही हैं। इजरायल का कहना है कि क्षेत्र में अधिक मानवीय सहायता पहुंचाने के उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन संयुक्त राष्ट्र का तर्क है कि उपलब्ध मदद जरूरत के मुकाबले बेहद कम है।
इजरायली एजेंसी ने किया खंडन

गाजा(Gaza) पट्टी में सहायता आपूर्ति के लिए जिम्मेदार इजरायली एजेंसी ‘सीओजीएटी’ ने आईपीसी की रिपोर्ट को पक्षपातपूर्ण और गलत बताया। एजेंसी ने कहा कि भुखमरी जैसी स्थिति नहीं है और हाल के हफ्तों में अधिक सहायता पहुंचाने के कदम उठाए गए हैं।
इसके बावजूद, संयुक्त राष्ट्र और राहत एजेंसियों का कहना है कि गाजा में जरूरतमंद लोगों की संख्या बहुत अधिक है। यदि सहायता की मात्रा और गति नहीं बढ़ी तो हजारों लोगों के जीवन पर गंभीर संकट मंडरा सकता है।
गाजा में कितने लोग प्रभावित बताए गए हैं?
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार गाजा में पांच लाख से ज्यादा लोग भुखमरी की स्थिति में हैं, जो कुल आबादी का लगभग एक-चौथाई हिस्सा है।
इजरायल ने अकाल के दावे पर क्या कहा?
इजरायल ने गाजा में भुखमरी की स्थिति से इनकार किया और इन खबरों को हमास द्वारा फैलाया गया झूठ बताया। हालांकि उसने अतिरिक्त मानवीय सहायता पहुंचाने के कदम उठाने की घोषणा की है।
संयुक्त राष्ट्र की सबसे बड़ी चिंता क्या है?
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि युद्ध-विराम और निर्बाध सहायता न मिलने पर गाजा में अकाल पूरे क्षेत्र में फैल सकता है। खासकर बच्चों के जीवन पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
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