Health Insurance पॉलिसी लेने से पहले जानें ये बातें
आज के दौर में Health Insurance केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि ज़िंदगी और आर्थिक सुरक्षा का आधार बन चुका है। लेकिन अधिकतर लोग बिना पूरी जानकारी के पॉलिसी खरीद लेते हैं और बाद में पछताते हैं।
कवर राशि के हिसाब से करें चयन
- अपनी उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और फैमिली साइज को ध्यान में रखते हुए सम एश्योर्ड चुनें।
- बड़े शहरों में इलाज की लागत ज़्यादा होती है, इसलिए ₹5–10 लाख का कवर न्यूनतम होना चाहिए।
- अगर परिवार के लिए ले रहे हैं, तो फ्लोटर प्लान बेहतर विकल्प हो सकता है।

वेटिंग पीरियड की करें जांच
- अधिकतर बीमारियों के लिए 2–4 साल का वेटिंग पीरियड होता है।
- प्री-एग्ज़िस्टिंग डिज़ीज़ के लिए कंपनियां अलग शर्तें लगाती हैं।
- यदि तुरंत कवरेज चाहिए, तो बिना वेटिंग वाली या कम वेटिंग प्लान ही चुनें।
कैशलेस हॉस्पिटल नेटवर्क जानना ज़रूरी
- जिस बीमा कंपनी को आप चुन रहे हैं, उसके नेटवर्क हॉस्पिटल्स को चेक करें।
- कैशलेस सुविधा तभी मिलती है जब इलाज नेटवर्क हॉस्पिटल में हुआ हो।
- इमरजेंसी में ये सुविधा आर्थिक बोझ को बहुत कम करती है।

क्लेम प्रोसेस की पारदर्शिता देखें
- क्लेम सेटलमेंट रेशियो जितना अधिक हो, कंपनी उतनी भरोसेमंद मानी जाती है।
- IRDAI द्वारा प्रकाशित डेटा से कंपनी की परफॉर्मेंस जांची जा सकती है।
- रिव्यू और यूज़र फीडबैक भी निर्णय लेने में मददगार होते हैं।
बीमा में क्या शामिल है और क्या नहीं
- अस्पताल में भर्ती, प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन, डे केयर ट्रीटमेंट—इन सबकी सीमा जरूर जांचें।
- कुछ पॉलिसियों में दांत, आंख, मैटरनिटी या ओपीडी कवर नहीं होता।
- एक्सक्लूज़न की पूरी सूची पढ़ें ताकि बाद में क्लेम रिजेक्ट न हो।
Health Insurance लेने से पहले उपरोक्त सभी पहलुओं पर ध्यान देना आवश्यक है। एक गलत चयन न सिर्फ क्लेम रिजेक्शन की वजह बन सकता है, बल्कि मुश्किल समय में आर्थिक संकट भी खड़ा कर सकता है। समझदारी से लिया गया फैसला आपको और आपके परिवार को सुरक्षित भविष्य दे सकता है।