सार्वजनिक स्थानों पर व्यापक बचाव अभियान चलाया
हैदराबाद। महीने भर चले ऑपरेशन मुस्कान-XI (Operation Muskaan) के दौरान, साइबराबाद पुलिस ने जुलाई 2025 में 1,374 कमजोर बच्चों को विभिन्न शोषणकारी स्थितियों से बचाया। कुल 11 विशेष टीमों ने उद्योगों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और सार्वजनिक स्थानों पर व्यापक बचाव अभियान चलाया। बचाए गए बच्चों का विवरण पहचान और ट्रैकिंग के लिए ‘दर्पण ऐप’ पर अपलोड किया गया। बचाए गए कुल बच्चों में 1,328 लड़के और 46 लड़कियाँ थीं। 914 बच्चे तेलंगाना के थे, जबकि 460 अन्य राज्यों के थे। अधिकांश बच्चों को बाल श्रम से बचाया गया था, जबकि अन्य बच्चे भीख मांगते हुए पाए गए थे, घर से भाग गए थे, या अनाथ आश्रमों से बचाए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि 1,321 बच्चों को उनके परिवारों से मिलवाया गया, जबकि 53 बच्चों को पुनर्वास के लिए आश्रय गृहों (Shelter Homes) में भेजा गया। विभिन्न कानूनों के तहत कुल 316 मामले दर्ज किए गए।

साइबराबाद का अर्थ क्या है?
साइबर प्रौद्योगिकी और हैदराबाद शब्द के मेल से बना शब्द “साइबराबाद” उस क्षेत्र को दर्शाता है जो सूचना तकनीक, आईटी कंपनियों और आधुनिक बुनियादी ढांचे के लिए प्रसिद्ध है। यह नाम विशेष रूप से हाईटेक सिटी और आसपास के टेक्नोलॉजी हब वाले क्षेत्रों को संदर्भित करता है।
साइबराबाद का अधिकार क्षेत्र क्या है?
इस पुलिस कमिश्नरेट का अधिकार क्षेत्र हैदराबाद के बाहरी और तकनीकी क्षेत्रों में फैला हुआ है। इसमें माधापुर, गच्चीबौली, शमशाबाद, कुकटपल्ली, राजेन्द्रनगर, मियापुर, और सरूरनगर जैसे प्रमुख क्षेत्र आते हैं। यह तेजी से विकसित होते शहरी और औद्योगिक क्षेत्रों की सुरक्षा देखता है।
साइबराबाद किस जिले में है?
साइबराबाद का अधिकतर क्षेत्र रंगारेड्डी जिले में आता है। इसके कुछ भाग संगारेड्डी और मेडचल–मलकाजगिरी जिलों में भी फैले हुए हैं। यह इलाका तेलंगाना के सबसे विकसित और आईटी-प्रधान क्षेत्रों में से एक माना जाता है।
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