कई इलाकों में दर्ज की गई हल्की बारिश
हैदराबाद। तेलंगाना विकास योजना सोसाइटी (TDPS) के अनुसार, सिकंदराबाद के मर्रेडपल्ली में शहर में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, जहां शाम 4 बजे तक 4 मिमी बरसात हुई। हैदराबाद के कुकटपल्ली , सेरिलिंगमपल्ली, कुतुबुल्लापुर, शेखपेट, खैरताबाद, आसिफनगर, गोलकुंडा, बालानगर (Balanagar) और उप्पल सहित कई इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई । इनमें से ज़्यादातर इलाकों में 2 मिमी से 4 मिमी के बीच बारिश दर्ज की गई। नामपल्ली में सबसे कम वर्षा हुई, जहां दिन में मात्र 2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। टीडीपीएस के लाइव वर्षा ट्रैकिंग पोर्टल के अनुसार, कुकटपल्ली, सेरिलिंगमपल्ली, कुतुबुल्लापुर, शेखपेट और खैरताबाद में 3 मिमी वर्षा दर्ज की गई। शहर के कई हिस्सों में दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे के बीच बरसात जारी रहने से बरसात में और वृद्धि होने की संभावना है।
बारिश से आप क्या समझते हैं?
वायुमंडल में मौजूद जलवाष्प के संघनित होकर जल की बूंदों के रूप में पृथ्वी पर गिरने की प्रक्रिया को बरसात कहा जाता है। यह प्राकृतिक चक्र न केवल धरती की नमी बनाए रखता है, बल्कि कृषि, जलस्तर और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी अत्यंत आवश्यक होता है।
बारिश का असली नाम क्या है?
वैज्ञानिक दृष्टि से बारिश को “वर्षा” कहा जाता है। मौसम विज्ञान में इसे “प्रेसिपिटेशन” के नाम से जाना जाता है। यह वायुमंडलीय जलवाष्प के ठंडा होकर जल बूंदों में परिवर्तित होने की प्रक्रिया है, जो बादलों के माध्यम से ज़मीन पर गिरती है।
बारिश होने का मुख्य कारण क्या है?
वायुमंडल में तापमान घटने पर जलवाष्प संघनित होकर बादल बनाता है। जब ये बादल अधिक भारी और संतुलन से बाहर हो जाते हैं, तो जलकण बूंदों के रूप में गिरते हैं। यह प्रक्रिया वाष्पीकरण, संघनन और गुरुत्वाकर्षण के संयुक्त प्रभाव से वर्षा के रूप में होती है।
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