बसपा सुप्रीमो मायावती ने राहुल गांधी के OBC बयान पर तीखा हमला बोला, कहा- “कांग्रेस के दिल में कुछ और, जुबान पर कुछ और, ये घड़ियाली आंसू नहीं तो और क्या हैं?” आइए जानते हैं इस सियासी वार-पलटवार की पूरी खबर।
पूरी खबर:
26 जुलाई 2025 को बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। यह प्रतिक्रिया राहुल गांधी के उस बयान पर आई, जिसमें उन्होंने एक OBC सम्मेलन में स्वीकार किया था कि कांग्रेस और उन्होंने व्यक्तिगत रूप से पिछड़े वर्गों (OBC) के लिए उतना काम नहीं किया, जितना करना चाहिए था, और इसके लिए उन्होंने माफी मांगी। मायावती ने इस बयान को “स्वार्थी राजनीति” करार देते हुए इसे “घड़ियाली आंसू” बताया
X पर किये सिलसिलेवार सवाल
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा कि राहुल गांधी का यह स्वीकार करना कि कांग्रेस OBC समाज की राजनीतिक, आर्थिक आकांक्षाओं और आरक्षण जैसे संवैधानिक हकों को दिलाने में नाकाम रही, कोई नई बात नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता से बाहर होने पर OBC, SC, और ST वर्गों के वोटों के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन सत्ता में रहते हुए इनके हितों के खिलाफ काम करती है। मायावती ने इसे कांग्रेस की दोहरी नीति और स्वार्थी राजनीति का उदाहरण बताया
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की इस नीति के चलते ही वह उत्तर प्रदेश सहित देश के कई प्रमुख राज्यों में सत्ता से बाहर है। मायावती ने बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इन वर्गों के प्रति उनका रवैया भी दोहरा है। उन्होंने BSP को दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों का सच्चा हिमायती बताते हुए कहा कि इन वर्गों को कांग्रेस और अन्य जातिवादी पार्टियों के “षड्यंत्र” से सावधान रहना चाहिए
समाज से माफ़ी मांगने के बाद उठा मुद्दा
यह विवाद राहुल गांधी के उस बयान से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने OBC समाज से माफी मांगते हुए कहा था कि कांग्रेस ने उनकी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा। मायावती ने इसे “दिल में कुछ और, जुबान पर कुछ और” वाली राजनीति करार दिया और कहा कि यह माफी सत्ता हासिल करने की कोशिश मात्र है।
इसके अलावा, मायावती ने कांग्रेस पर दलितों और OBC के प्रति ऐतिहासिक रूप से भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने केंद्र में लंबे समय तक शासन करने के बावजूद OBC आरक्षण को लागू नहीं किया और न ही जातीय जनगणना कराई। मायावती ने राहुल गांधी को नसीहत दी कि दूसरों पर उंगली उठाने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए
यह सियासी तकरार उत्तर प्रदेश में दलित और OBC वोट बैंक को लेकर चल रही रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी के बयान के पीछे कांग्रेस की कोशिश यूपी में दलित और पिछड़े वर्गों को अपने पाले में लाने की है, जबकि मायावती इसे BSP के वोट बैंक पर हमला मान रही हैं। इस विवाद ने एक बार फिर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है, और आने वाले दिनों में यह तकरार और तेज होने की संभावना है