नई दिल्ली: बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और ‘वोट चोरी’ के आरोपों के बीच विपक्षी गठबंधन INDIA ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार शुरू कर दिया है। 18 अगस्त 2025 को संसद भवन में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में इस मुद्दे पर गहन चर्चा हुई। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा, और बिहार में SIR प्रक्रिया में अनियमितताएं हुई हैं।
राहुल गाँधी ने लगाया था वोट चोरी का आरोप
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाते हुए एक प्रेजेंटेशन दिया था, जिसके बाद विवाद और गहरा गया। जवाब में, चुनाव आयोग ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन आरोपों को खारिज किया और विपक्ष से सबूत मांगे। आयोग ने विपक्ष पर ‘उसके कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति’ करने का आरोप लगाया। इससे नाराज विपक्ष अब महाभियोग प्रस्ताव की तैयारी में जुट गया है।
मल्लिकार्जुन खरगे के अध्यक्षता में हुयी बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई बैठक में विपक्षी नेताओं ने माना कि संवैधानिक प्रावधानों के तहत CEC को हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि औपचारिक फैसला नहीं हुआ, लेकिन जरूरत पड़ी तो यह कदम उठाया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष जल्द ही महाभियोग प्रस्ताव की रूपरेखा तैयार करेगा।
हालांकि, महाभियोग प्रस्ताव लाना आसान नहीं है। इसके लिए लोकसभा में दो-तिहाई और राज्यसभा में बहुमत की जरूरत होती है, जो विपक्ष के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यह कदम विपक्ष की एकता और रणनीति को दर्शाता है, लेकिन इसका परिणाम संसद के संख्याबल पर निर्भर करेगा।
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