हैदराबाद : भारतीय रेलवे पदोन्नत अधिकारी संघ (IRPOF) , नई दिल्ली की रेल कलारंग, सिकंदराबाद (Secunderabad) में की ईसीएम बैठक में जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान करने में लगे पदोन्नत अधिकारियों के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की गई।
सीनियर स्केल (एडहॉक) पदोन्नति नहीं
इस ईसीएम बैठक में, पदोन्नत अधिकारियों के सामने आने वाली समस्याओं और संभावित समाधानों पर चर्चा की जाती है। ईसीएम बैठक के पूरा होने के बाद, दिल्ली स्थित रेलवे बोर्ड के शीर्ष स्तर के अधिकारियों के साथ संवाद किया जाता है। दो प्रमुख समस्याओं का सामना किया जा रहा है। एक तो 6 साल की सेवा के बाद सीनियर स्केल (एडहॉक) पदोन्नति नहीं दी जा रही है, बल्कि यह 31.12.2019 से पदोन्नत अधिकारियों से वापस ले लिया गया है, जबकि यह सीधे भर्ती वाले अधिकारियों के लिए जारी है। यह पदोन्नति 50 से अधिक वर्षों से जारी थी। लेकिन अचानक 2019 में ग्रुप ‘ए’ कैडर पुनर्गठन के दौरान, इसे पदोन्नत अधिकारियों से वापस ले लिया गया।

विभागों में विसंगतियाँ पैदा हो गई
एक और बड़ी समस्या ग्रुप ‘ए’ में शामिल होने की है। प्रक्रिया के अनुसार, ग्रुप ‘बी’ अधिकारी यूपीएससी द्वारा डीपीसी के माध्यम से ग्रुप ‘ए’ में अपग्रेडेशन प्राप्त करते हैं। न्यूनतम पात्रता मानदंड ग्रुप बी में 3 साल की सेवा है। लेकिन विभिन्न विभागों के तहत पदों के तर्कहीन वितरण के कारण, ग्रुप ‘बी’ में चयनित अधिकारी के एक ही वर्ष के लिए स्थिर विभागों और स्वस्थ विभागों के बीच 10 साल का व्यापक अंतर हुआ। इससे विभागों में विसंगतियाँ पैदा हो गई हैं।
दमरे के महाप्रबंधक ने प्रतिभागियों को संबोधित किया
संजय कुमार श्रीवास्तव, महाप्रबंधक/दक्षिण मध्य रेलवे और सत्य प्रकाश, अपर महाप्रबंधक ने सिकंदराबाद के “कलारंग” सभागार में ईसीएम के प्रतिभागियों को संबोधित किया। दक्षिण मध्य रेलवे के अधिकांश प्रमुख विभागाध्यक्ष (पीएचओडी) भी बैठक में शामिल हुए। इस अवसर पर दीपक राज, अध्यक्ष/आईआरपीओएफ और डॉ. अमित जैन, महासचिव/आईआरपीओएफ ने विभिन्न मुद्दों पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने रेलवे बोर्ड में शीर्ष स्तर पर पूरी जानकारी के साथ इन मुद्दों को उठाने का आश्वासन दिया।
रेलवे में सबसे ऊंचा अधिकारी कौन है?
Chairman & CEO, Railway Board (अब इसे Chairman and Chief Executive Officer, Railway Board कहा जाता है)।
भारतीय रेलवे में पदोन्नति नीति क्या है?
भारतीय रेलवे में पदोन्नति (Promotion) की नीति निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर आधारित होती है:
Merit-cum-Seniority:
अधिकारियों और कर्मचारियों को आम तौर पर योग्यता के साथ-साथ वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति दी जाती है।
Departmental Exams:
कुछ पदों पर पदोन्नति के लिए विभागीय परीक्षाएं (LDCE – Limited Departmental Competitive Examination) जरूरी होती हैं।
APAR (Annual Performance Appraisal Report):
कर्मचारी का वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट पदोन्नति में अहम भूमिका निभाता है।
DPC (Departmental Promotion Committee):
एक समिति पदोन्नति के लिए उम्मीदवारों की समीक्षा करती है और सिफारिश करती है।
Training & Vigilance Clearance:
कुछ पदों के लिए प्रशिक्षण और सतर्कता मंजूरी (Vigilance clearance) अनिवार्य होती है।
Minimum Residency Period:
हर पद पर न्यूनतम सेवा अवधि पूरी करनी होती है, तब जाकर पदोन्नति के लिए पात्रता बनती है।
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