हाईकोर्ट की फटकार से बढ़ी मुश्किलें
Gautam Gambhir : टीम इंडिया के नए कोच बने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को एशिया कप 2025 से पहले एक बड़ी कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने गंभीर के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें कड़ी फटकार लगाई है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
किस मामले में फंसे गंभीर?
गंभीर एक पुराने कानूनी विवाद में घिरे हुए हैं, जिसमें उनके नाम से जुड़े कथित हितों के टकराव (conflict of interest) और कुछ व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर सवाल उठाए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह मामला उनके कोच बनने के बाद और ज्यादा गंभीर हो गया है।
बीसीसीआई की भी नजर मामले पर
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) भी इस मामले पर नजर बनाए हुए है। बोर्ड के सूत्रों के अनुसार, यदि कानूनी प्रक्रिया लंबी चलती है, तो इसका असर गंभीर की कोचिंग भूमिका पर पड़ सकता है।
एशिया कप की तैयारियों पर असर?
टीम इंडिया एशिया कप की तैयारियों में जुटी हुई है, लेकिन इस विवाद के चलते ड्रेसिंग रूम में हलचल की आशंका जताई जा रही है। खिलाड़ियों के बीच भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
गौतम गंभीर की बढ़ गई मुश्किल!
Gautam Gambhir : कोविड-19 में दवाओं को अवैध तरीके से जमा और वितरण करने से जुड़े मामले में गौतम गंभीर का नाम है। जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच को इस मामले में राहत देने से मना कर दिया है। उन्होंने मामले की सुनवाई से जुड़ी अगली तारीख भी बता दी। 29 अगस्त को अगली सुनवाई होगी लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो फिर ट्रायल कोर्ट द्वारा 8 सितंबर 2025 को कार्यवाही आगे बढ़ाई जाएगी। कोर्ट में वकील ने लगातार गंभीर का नाम लिया। इसके जवाब में कोर्ट ने वकील को फटकार लगाई और कहा कि नाम बार-बार लेने से फैसला नहीं बदलेगा।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग ने गौतम गंभीर, उनके परिवार और फाउंडेशन के खिलाफ कोविड 19 की दूसरी लहर में बिना लाइसेंस के कोविड से जुड़ी दवाओं को जमा करने और उनके वितरण के इल्जाम में केस दर्ज कराया था। अभी इस पूरे मामले में कोई नतीजा नहीं आया है और 29 अगस्त को अगली सुनवाई होगी। अगर गंभीर गलत साबित होते हैं, तो उनके, उनके परिवार और फाउंडेशन के सीईओ के लिए दिक्कतें बढ़ जाएंगी।
गौतम गंभीर कौन हैं?
गंभीर ने 2012 और 2014 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को लीग खिताब तक पहुंचाया। दिसंबर 2018 में अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, गंभीर एक क्रिकेट कमेंटेटर , राजनीतिज्ञ और कोच बन गए। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 2009 में गंभीर को टेस्ट क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर चुना।
गौतम गंभीर कितने करोड़ का मालिक है?
एक रिपोर्ट के अनुसार गौतम गंभीर की नेट वर्थ करीब 150 करोड़ की है. जिसमें आईपीएल और डोमेस्टिक मैचों की फीस भी जुड़ी हुई थी. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गंभीर ने राजनीति का रुख किया. वह 2019 से 2024 तक मेंबर ऑफ लेजिस्लेटिव एसेंबली के सदस्य रहे.
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