काबुल,। पाकिस्तान और अफगानिस्तान (Afganistan) के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है। बीती रात दोनों देशों की सीमा पर झड़प हुई, जिसमें पाकिस्तान के 18 सैनिकों की मौत हो गई। अफगान सैनिकों की ओर से कई इलाकों में फायरिंग और तोपों का उपयोग किया गया।
घटना का कारण और घटनास्थल
पाकिस्तान ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अफगानिस्तान पर हमला बोला था। इसके बाद सीमा पर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के कई इलाकों में अफगान सैनिकों ने गोलीबारी की। अफगान मीडिया के अनुसार कंधार के मैवंद जिले में पांच पाकिस्तानी बलों ने आत्मसमर्पण किया।
पाकिस्तान मीडिया और प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी मीडिया (Pakistani Media) ने अफगान चौकियों के नुकसान और अफगान सैनिकों की कथित मौतों की खबरें फैलाईं। गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने अफगान फायरिंग को ‘अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन’ बताया और कहा कि पाकिस्तानी सेना हाई अलर्ट पर है। उन्होंने संकेत दिए कि ‘बाहरी हाथ’ इस कार्रवाई में शामिल हैं। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने इस दौरान सोशल मीडिया पर एक कार्टून साझा किया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- सऊदी अरब: दोनों देशों को संयम बरतने और संवाद के जरिए विवाद सुलझाने की सलाह दी।
- कतर: तनाव घटाने और कूटनीति अपनाने का आग्रह किया।
अफगानिस्तान का बयान और तालिबान का निर्देश
तालिबान के प्रमुख शेख हिबतुल्लाह अखुंदजादा ने सैनिकों को रात के गश्ती दल में हिस्सा लेने का निर्देश दिया था। हमले के बाद अफगान सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान का एक टैंक कब्जे में लिया गया। वहीं, पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कई अफगान पोस्टों को आर्टिलरी, टैंकों और हवाई हमलों से निशाना बनाया।
शांति की उम्मीद
पाकिस्तान के जबरदस्त जवाब के बाद अफगान रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि अब पाकिस्तान पर कार्रवाई रोक रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान भी आगे कोई जवाबी हमला नहीं करेगा।
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