टोक्यो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टोक्यो के प्रसिद्ध शोरिनजन दारुमा जी मंदिर(Shorinzan Daruma-ji Temple) की यात्रा के दौरान वहां के मुख्य पुजारी ने एक खास दारुमा गुड़िया(Daruma Doll) भेंट की। यह गुड़िया जापान की एक पारंपरिक गुड़िया है, जिसे सौभाग्य और अच्छे भाग्य का प्रतीक माना जाता है। दारुमा गुड़िया(Daruma Doll) कागज से बनी होती है और इसका रंग लाल होता है, क्योंकि जापानियों का मानना है कि लाल रंग बुरी आत्माओं को दूर भगाता है।
जापानी समुदाय द्वारा पारंपरिक भारतीय स्वागत
जब प्रधानमंत्री मोदी(PM Modi) टोक्यो पहुंचे, तो स्थानीय जापानी लोगों और प्रवासी भारतीयों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। जापानी महिलाओं ने पारंपरिक भारतीय नृत्य भरतनाट्यम प्रस्तुत किया।
इसके अलावा, उन्होंने ‘पधारो म्हारे देश’ कहकर उनका स्वागत किया और राजस्थानी भजन ‘वारी जावों रे’ भी सुनाया, जिससे मोदी काफी प्रभावित हुए। जापानी समुदाय के लोगों ने ‘सर्वे भवंतु सुखिनः’ और गायत्री मंत्र का पाठ करके भी उनका अभिनंदन किया।
प्रवासी भारतीयों का जोशपूर्ण स्वागत
टोक्यो में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए प्रवासी भारतीय भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। उन्होंने तिरंगा झंडा लहराते हुए और ‘मोदी-मोदी’, ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाकर उनका स्वागत किया।
इस दौरान लोगों ने हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भी प्रधानमंत्री को बधाई दी। पीएम ने भी हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया और एक महिला के सैल्यूट करने पर उसे आशीर्वाद दिया।
दारुमा गुड़िया और मंदिर का ऐतिहासिक महत्व

जिस मंदिर से प्रधानमंत्री को दारुमा गुड़िया(Daruma Doll) भेंट की गई, वह शोरिनजन दारुमा जी मंदिर जापान के ताकासाकी में स्थित है। यह मंदिर 1697 में जेन बौद्ध धर्म के ओबाकू संप्रदाय द्वारा बनाया गया था। ताकासाकी को दारुमा गुड़ियों का जन्मस्थान माना जाता है।
मान्यताओं के अनुसार, दारुमा ने नौ साल तक ध्यान किया था, जिसकी वजह से उनके हाथ-पैर मुड़ गए थे। इसी कारण इस गुड़िया का आकार गोल होता है, जो ध्यान की मुद्रा को दर्शाता है। इसे सौभाग्य का प्रतीक इसलिए भी माना जाता है क्योंकि इसे पलटने पर यह फिर से सीधा खड़ा हो जाता है, जो दृढ़ता और वापसी का प्रतीक है।
दारुमा गुड़िया क्या है और इसका क्या महत्व है?
दारुमा एक पारंपरिक जापानी गुड़िया है, जिसे सौभाग्य और अच्छे भाग्य का प्रतीक माना जाता है। यह गोल आकार की होती है और आमतौर पर लाल रंग की होती है, क्योंकि जापान में यह माना जाता है कि लाल रंग बुरी आत्माओं को दूर भगाता है। इस गुड़िया को दृढ़ता और वापसी का प्रतीक भी माना जाता है, क्योंकि इसे पलटने पर यह फिर से सीधा खड़ा हो जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी को दारुमा गुड़िया कहाँ और किसने भेंट की?
प्रधानमंत्री मोदी को यह दारुमा गुड़िया(Daruma Doll) टोक्यो के प्रसिद्ध शोरिनजन दारुमा जी मंदिर में वहां के मुख्य पुजारी ने भेंट की। यह मंदिर जापान के ताकासाकी में स्थित है, जिसे दारुमा गुड़ियों का जन्मस्थान माना जाता है।
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