Donald Trump का सनसनीखेज दावा कनाडा बनेगा अमेरिका का हिस्सा
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने एक बार फिर अपनी टिप्पणी से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बनने पर विचार कर रहा है। यह बयान आते ही अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की राजनीति में बहस छिड़ गई है।
Donald Trump ने क्या कहा?
Donald Trump ने कहा,
“कनाडा और अमेरिका के संबंध पहले से कहीं मजबूत हैं। कई कनाडाई नागरिक चाहते हैं कि वे अमेरिका का हिस्सा बनें। यह एक संभावित भविष्य हो सकता है।”
उनके इस बयान को कुछ लोगों ने चुनावी प्रचार का हिस्सा बताया, वहीं कुछ इसे अमेरिका-कनाडा रणनीतिक संबंधों की नई दिशा मान रहे हैं।

कनाडा की सरकार की प्रतिक्रिया
डोनाल्ड ट्रम्प के दावे पर कनाडा की सरकार ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
- यह विचार बिल्कुल भी आधिकारिक नहीं है।
- कनाडा एक स्वतंत्र राष्ट्र है और रहेगा।
- हम अमेरिका के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहते हैं, न कि विलय।
Donald Trump के पहले भी रहे हैं विवादास्पद बयान
Donald Trump के बयानों की वजह से वह अक्सर चर्चा में रहते हैं:
- जलवायु परिवर्तन पर संदेह
- मैक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण
- WHO और NATO को लेकर तीखे बयान
- अब कनाडा को लेकर यह नया दावा
इन बयानों से उन्हें एक वर्ग का समर्थन मिलता है, लेकिन आलोचना भी उतनी ही होती है।
डोनाल्ड ट्रम्प के इस बयान के मायने क्या हैं?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि:
- यह डोनाल्ड ट्रम्प की रणनीतिक चाल हो सकती है आगामी चुनावों से पहले।
- इससे अमेरिका में राष्ट्रवाद की भावना को उभारा जा सकता है।
- यह कनाडा-अमेरिका संबंधों में अस्थायी तनाव पैदा कर सकता है।
ऐतिहासिक रूप से क्या है 51वें राज्य की अवधारणा?
- अमेरिका में फिलहाल 50 राज्य हैं।
- प्यूर्टो रिको और वाशिंगटन डीसी को 51वें राज्य के रूप में शामिल करने की चर्चा होती रही है।
- कनाडा को इस सूची में लाना एक कल्पना से अधिक नहीं है।

Donald Trump के समर्थक क्या कह रहे हैं?
डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनके बयान का समर्थन किया:
- “यह नया विज़न है अमेरिका के लिए।”
- “Trump ही अमेरिका को सुपरपावर बना सकते हैं।”
- “कनाडा के लोग भी यही चाहते हैं।”
वहीं आलोचकों ने इसे प्रचार स्टंट बताया।
डोनाल्ड ट्रम्प के इस दावे ने अमेरिका और कनाडा के संबंधों में एक नई बहस को जन्म दे दिया है। जहां एक ओर यह बयान सनसनीखेज है, वहीं दूसरी ओर इसके पीछे छिपा राजनीतिक उद्देश्य भी समझना जरूरी है। फिलहाल कनाडा का अमेरिका का हिस्सा बनना एक राजनीतिक कल्पना ही लगता है।