भारतीयों के लिए बढ़ी चिंता
वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा हाल ही में H-1B वीजा की फीस को बढ़ाकर एक लाख डॉलर किए जाने के बाद, अब अमेरिकी सीनेट में H-1B और L-1 वीजा नियमों को और सख्त बनाने की तैयारी है। रिपब्लिकन सीनेटर चक ग्रासली और डेमोक्रेटिक सीनेटर डिक डर्बिन ने एक वीजा सुधार विधेयक पेश किया है, जिसका उद्देश्य वीजा धोखाधड़ी और दुरुपयोग को रोकना है, साथ ही अमेरिकी कर्मचारियों की छंटनी पर लगाम लगाना है। यह विधेयक मौजूदा लॉटरी प्रणाली में प्रस्तावित H-1B शुल्क वृद्धि के कुछ ही दिनों बाद आया है, जिससे अमेरिका में काम करने का सपना देख रहे लाखों भारतीयों की चिंता बढ़ गई है।
विधेयक के मुख्य प्रस्ताव और संभावित असर
प्रस्तावित विधेयक में नियोक्ताओं के लिए कड़े वेतन और भर्ती नियम लागू करने का प्रस्ताव है। यह H-1B वीजा देने में विज्ञान, इंजीनियरिंग, तकनीक, गणित (STEM) डिग्री वाले कर्मचारियों को प्राथमिकता देने की बात करता है और वेतन उल्लंघनों पर कठोर दंड लगाने का प्रावधान भी है। L-1 वीजा, जो बहुराष्ट्रीय कंपनियों को अपने कर्मचारियों को विदेशी कार्यालयों से अमेरिका स्थानांतरित करने की अनुमति देता है, उस पर भी प्रतिबंध बढ़ाने का प्रस्ताव है। इन बदलावों से अमेरिकी कंपनियों पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा और उनके लिए विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करना और महंगा हो जाएगा। विशेष रूप से अनुबंध-आधारित कर्मचारियों पर निर्भर कंपनियों के लिए यह मुश्किल भरा हो सकता है।
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भारतीयों पर सबसे अधिक प्रभाव और आगे की राह
इस कदम का सबसे ज्यादा असर भारतीयों(Indian) पर पड़ने की आशंका है, क्योंकि H-1B वीजा लाभार्थियों में उनकी संख्या करीब 71 फीसदी है, जो किसी भी अन्य देश से सबसे अधिक है। अमेरिकी कंपनियों में काम कर रहे हजारों भारतीय पेशेवरों के करियर पर इन नीतिगत फैसलों का सीधा असर हो सकता है। हालांकि, आव्रजन वकील निकोल गुनारा के अनुसार, इस विधेयक के प्रभाव का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि प्रस्तावित विधेयकों में से केवल एक छोटा प्रतिशत ही कानून बन पाता है। यह अभी शुरुआती चरण में है, इसलिए तत्काल अत्यधिक चिंता की आवश्यकता नहीं है, लेकिन स्थिति पर नज़र रखना महत्वपूर्ण है।
अमेरिकी सीनेट में पेश किए गए नए विधेयक का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य वीजा धोखाधड़ी और दुरुपयोग को लक्षित करना, कमजोर पड़ चुकी आव्रजन प्रणाली को सुधारना और अमेरिकी कर्मचारियों की छंटनी पर चिंता जताते हुए बड़ी कंपनियों द्वारा विदेशियों को लाकर नौकरी देने की प्रथा पर रोक लगाना है।
H-1B वीजा के संदर्भ में, प्रस्तावित विधेयक किस प्रकार के कर्मचारियों को प्राथमिकता देता है?
प्रस्तावित विधेयक विज्ञान, इंजीनियरिंग, तकनीक, गणित (STEM) डिग्री वाले कर्मचारियों के लिए H-1B वीजा को प्राथमिकता देता है, जिसका अर्थ है कि उच्च कौशल और उच्च वेतन वाले विदेशी कर्मचारियों को लाभ होगा।
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