तेल अवीव। इजराइल (ISRAEL) के मानवाधिकार संगठनों ने कहा कि इजराइल गाजा में नरसंहार कर रहा है। करीब 22 महीने के युद्ध के दौरान यह पहली बार है जब इजराइली यहूदी-नेतृत्व वाले संगठनों ने इजराइल को ही फलस्तीनी लोगों की मौत का जिम्मेदार माना है। यह दावे ‘बी’त्सेलेम’ और ‘फिज़ीशियन्स फॉर ह्यूमन राइट्स-इज़राइल’ द्वारा किए गए हैं। इन दावों के बाद पीएम नेतन्याहू (PM Netanyahu) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ‘फिजिशियन फॉर ह्यूमन राइट्स-इजराइल’ के निदेशक गाय शालेव ने कहा कि यहूदी-इजराइली जनता अक्सर नरसंहार के आरोपों को यहूदी-विरोधी या इजराइल के खिलाफ पक्षपातपूर्ण बताकर खारिज कर देते हैं। उन्होंने कहा कि शायद जब इजराइल के अपने ही मानवाधिकार संगठन ऐसा कहें, तो लोग इन आरोपों को गंभीरता से लें और असली हालात को समझ रहे हैं।
इजराइली सरकार ने पीएचआरआई की रिपोर्टों पर कोई टिप्पणी नहीं की
इजराइल का कहना है कि वह अंतरराष्ट्रीय कानून (International law) का पालन करता है और गाजा में उसकी लड़ाई आत्मरक्षा के लिए है। वह इन आरोपों को झूठा और पक्षपाती बताता है। पीएचआरआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइल ने वह काम किए हैं जो साफ तौर पर किसी फलस्तीनी समुदाय को खत्म करने की मंशा दिखाते हैं। जैसे ज़िंदगी की ज़रूरी चीज़ें छीन लेना। इजराइली सरकार ने अभी तक बी’त्सेलेम और पीएचआरआई की रिपोर्टों पर कोई टिप्पणी नहीं की।
मानवाधिकार संगठनों ने अपनी अलग-अलग लेकिन संयुक्त रूप से जारी रिपोर्टों में बताया है कि गाजा में इजराइल की नीतियां वहां के लक्ष्यों के बारे में बड़े अधिकारियों के बयान और क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को जानबूझकर खत्म करना, ये सभी बातें उनके इस नतीजे पर पहुंचने की वजह हैं कि नरसंहार जारी है। उन्होंने जो बातें कही हैं, वे ह्यूमन राइट्स वॉच और एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे दूसरे अंतरराष्ट्रीय अधिकार समूहों की पिछली रिपोर्टों से मिलती-जुलती हैं।
इजरायल से पहले गाजा का मालिक कौन था?
1948 में इजरायल की स्थापना के बाद हुए युद्ध से पहले, वर्तमान गाजा ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के अधीन मध्य पूर्व के बड़े हिस्से का हिस्सा था।
गाजा किस देश में है?
गाजा शहर, जिसे आधिकारिक तौर पर गाजा कहा जाता है, फिलिस्तीन के गाजा पट्टी में स्थित एक शहर और गाजा प्रांत की राजधानी है। भूमध्यसागरीय तट पर, यरुशलम से 76.6 किलोमीटर (47.6 मील) दक्षिण-पश्चिम में स्थित, यह फिलिस्तीन का एकमात्र बंदरगाह था।
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