తెలుగు | Epaper

Japan: आधुनिक युद्ध में जापान ने दुनिया को छोड़ा पीछे !

Vinay
Vinay
Japan: आधुनिक युद्ध में जापान ने दुनिया को छोड़ा पीछे !

जापान ने अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। जापानी रक्षा प्रौद्योगिकी एवं लॉजिस्टिक्स एजेंसी (ATLA) ने घोषणा की है कि देश ने पहली बार समुद्र में एक युद्धपोत से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण जून से जुलाई 2025 के बीच किया गया और इसमें JS Asuka नामक प्रयोगात्मक युद्धपोत का इस्तेमाल हुआ

क्या है रेलगन?

रेलगन एक ऐसा हथियार है जो बारूद की जगह विद्युत चुम्बकीय बल का उपयोग करके प्रक्षेप्य (projectile) को छोड़े जाने की तकनीक पर आधारित है। इस प्रणाली में गोला-बारूद को अत्यधिक गति, यहां तक कि हाइपरसोनिक स्पीड तक, पहुंचाया जा सकता है। इसकी खासियत यह है कि यह पारंपरिक मिसाइलों की तुलना में अधिक तेज, किफायती और आधुनिक युद्ध स्थितियों में प्रभावी साबित हो सकती है।

परीक्षण का महत्व

इस परीक्षण में जापानी युद्धपोत ने रेलगन से वास्तविक लक्ष्य पोत (target vessel) पर निशाना साधा। तस्वीरों और वीडियो में यह स्पष्ट दिखा कि रेलगन से छोड़ा गया प्रक्षेप्य लक्ष्य को भेदने में सफल रहा। इससे यह भी साबित होता है कि समुद्र में वास्तविक परिस्थितियों में रेलगन का इस्तेमाल संभव है। इस दौरान आधुनिक फायर कंट्रोल सिस्टम, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल कैमरा और रडार जैसी तकनीकों का उपयोग किया गया।

चुनौतियाँ भी कम नहीं

भले ही यह परीक्षण ऐतिहासिक है, लेकिन रेलगन तकनीक के सामने कई चुनौतियाँ मौजूद हैं। सबसे बड़ी चुनौती है बिजली की भारी आवश्यकता। रेलगन को फायर करने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा लगातार इस्तेमाल से सिस्टम पर दबाव पड़ता है, जिससे उसकी विश्वसनीयता और सटीकता पर सवाल खड़े होते हैं। लंबी दूरी तक प्रक्षेप्य को सही दिशा में बनाए रखना भी तकनीकी कठिनाई है।

भविष्य की योजना

ATLA ने कहा है कि इस परीक्षण से जुड़ी विस्तृत जानकारी नवंबर 2025 में टोक्यो में होने वाले ATLA Technological Symposium में साझा की जाएगी। जापान भविष्य में न सिर्फ रेलगन बल्कि हाई-पावर लेजर और माइक्रोवेव आधारित हथियार प्रणालियों को भी विकसित करने पर काम कर रहा है। इसका उद्देश्य है कि जापान अपने समुद्री रक्षा तंत्र को इतना मजबूत बना सके कि वह दुश्मन के मिसाइल और ड्रोन हमलों को प्रभावी ढंग से नाकाम कर सके।

जापान का यह कदम केवल तकनीकी प्रगति ही नहीं, बल्कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र की बदलती सुरक्षा परिस्थिति का भी संकेत है। रेलगन के सफल परीक्षण से जापान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह भविष्य की रक्षा तकनीकों में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। आने वाले वर्षों में यह तकनीक समुद्री सुरक्षा और आधुनिक युद्ध की दिशा को नई परिभाषा दे सकती है।

ये भी पढ़ें

अमेरिका ने रूस की दो प्रमुख तेल कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

अमेरिका ने रूस की दो प्रमुख तेल कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

भारत-कतर की बढ़ती कूटनीतिक ताकत से इस्लामी वर्ल्ड में नए समीकरण

भारत-कतर की बढ़ती कूटनीतिक ताकत से इस्लामी वर्ल्ड में नए समीकरण

ट्रंप ने दिवाली पर दीया जलाया और पीएम से की बातचीत, पाक मुद्दे पर भी चर्चा

ट्रंप ने दिवाली पर दीया जलाया और पीएम से की बातचीत, पाक मुद्दे पर भी चर्चा

15 साल पुराना सपना पूरा, ट्रंप वाइट हाउस पर बुलडोजर चलवा रहे

15 साल पुराना सपना पूरा, ट्रंप वाइट हाउस पर बुलडोजर चलवा रहे

भारत बना दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर वायुसेना, चीन पहुंचा चौथे स्थान पर

भारत बना दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर वायुसेना, चीन पहुंचा चौथे स्थान पर

एफ-1 से एच-1बी वीजा में बदलाव पर राहत

एफ-1 से एच-1बी वीजा में बदलाव पर राहत

वैश्विक एयरफोर्स रैंकिंग में भारत को तीसरा स्थान

वैश्विक एयरफोर्स रैंकिंग में भारत को तीसरा स्थान

साने ताकाइची: जापान की पहली महिला PM

साने ताकाइची: जापान की पहली महिला PM

व्हाइट हाउस प्रवक्ता ने पत्रकार पर ताना मारा

व्हाइट हाउस प्रवक्ता ने पत्रकार पर ताना मारा

टैरिफ बढ़ सकते हैं 155% तक

टैरिफ बढ़ सकते हैं 155% तक

चीन ने लॉन्च किया पाक का जासूसी उपग्रह

चीन ने लॉन्च किया पाक का जासूसी उपग्रह

ख्वाजा आसिफ ने अफगानों को पाकिस्तान छोड़ने की सलाह दी

ख्वाजा आसिफ ने अफगानों को पाकिस्तान छोड़ने की सलाह दी

📢 For Advertisement Booking: 98481 12870