2029 तक NATO पर हमला संभव
बर्लिन: जर्मनी ने रूस(Russia) के इरादों को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की हैं, यह आरोप लगाते हुए कि मॉस्को यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए किसी तरह का समझौता करने को तैयार नहीं है। जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस(Boris Pistorius) ने संसद में कहा कि रूस ने यूक्रेन के लिए तैयार की गई नई शांति योजना पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है। जर्मन अधिकारियों(German Officers) का मानना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बयानों में शांति की कोई इच्छा नहीं दिखती, जिससे साफ होता है कि वह वर्तमान में किसी तरह का समझौता नहीं करना चाहते हैं।
जर्मनी की चेतावनी: रूस NATO पर हमले की तैयारी में
2029 तक हमले की संभावना: जर्मनी के विदेश मंत्री योहान वेडफुल ने बर्लिन फॉरेन पॉलिसी फोरम में चेतावनी दी है कि रूसी(Russia) खुफिया एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक, रूस(Russia) अगले चार सालों में यानी 2029 तक किसी NATO देश पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि रूस की महत्वाकांक्षा सिर्फ यूक्रेन तक सीमित नहीं है, बल्कि वह अपनी सैन्य ताकत को नाटकीय रूप से बढ़ा रहा है।
युद्ध के लिए ढली अर्थव्यवस्था: वेडफुल ने बताया कि रूस ने अपनी अर्थव्यवस्था और समाज को बड़े पैमाने पर युद्ध की जरूरतों के हिसाब से ढाल दिया है। इसके अलावा, रूस ज़रूरत से ज़्यादा सैनिकों की भर्ती कर रहा है और लगभग हर महीने एक नई सैन्य डिवीजन तैयार कर रहा है, जो उसकी आक्रामक मंशा को दर्शाता है।
NATO प्रमुख का मत: शांति के बाद भी रूस खतरा
दीर्घकालिक खतरा: NATO के महासचिव मार्क रुटे ने स्पेनिश अखबार एल पाइस को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि अगर यूक्रेन युद्ध में शांति समझौता हो भी जाता है, तब भी रूस(Russia) यूरोप के लिए एक लंबे समय तक खतरा बना रहेगा। उन्होंने यूरोपीय देशों को चेतावनी दी कि कोई भी देश खुद को पूरी तरह से सुरक्षित न समझे, क्योंकि रूसी मिसाइलें कुछ ही मिनटों में किसी भी यूरोपीय शहर तक पहुँचने की क्षमता रखती हैं।
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रक्षा बजट बढ़ाने पर ज़ोर: रुटे ने यूक्रेन मुद्दे पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की कूटनीतिक कोशिशों की भी तारीफ की, विशेष रूप से NATO देशों पर रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए दबाव बनाने के उनके प्रयास को ‘बिल्कुल जरूरी’ बताया। उन्होंने NATO सदस्य देशों, खासकर स्पेन, को आने वाले समय में अपना रक्षा बजट बढ़ाने की सलाह भी दी।
जर्मन अधिकारियों के अनुसार, रूस के किन कार्यों से पता चलता है कि वह 2029 तक NATO पर हमले की तैयारी कर रहा है?
जर्मन अधिकारियों के अनुसार, तीन मुख्य संकेत हैं: पहला, रूस द्वारा अपनी सैन्य ताकत और हथियार उत्पादन में भारी वृद्धि करना; दूसरा, उसने अपनी अर्थव्यवस्था और समाज को बड़े पैमाने पर युद्ध के हिसाब से ढाल दिया है; और तीसरा, वह हर महीने एक नई सैन्य डिविजन तैयार करके ज़रूरत से ज़्यादा सैनिकों की भर्ती कर रहा है।
NATO महासचिव मार्क रुटे ने यूक्रेन युद्ध में शांति समझौते के बाद भी रूस को यूरोप के लिए खतरा क्यों बताया है?
रुटे ने कहा है कि रूस भले ही युद्ध रोक दे, लेकिन वह एक दीर्घकालिक भू-राजनीतिक खतरा बना रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यूरोप का कोई भी देश सुरक्षित नहीं है क्योंकि रूसी मिसाइलें कुछ ही मिनटों में किसी भी यूरोपीय शहर तक पहुँच सकती हैं, जिससे खतरा हमेशा बना रहेगा।
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