Breaking News: Tejas: तेजस जेट डील पर संकट

By Dhanarekha | Updated: November 26, 2025 • 4:06 PM

दुबई क्रैश के बाद आर्मेनिया ने ₹10 हजार करोड़ का समझौता रोका

अबू धाबी: भारत के स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस(Tejas) की पहली बड़ी विदेशी बिक्री पर दुबई एयर शो में हुए क्रैश के बाद संकट आ गया है। इजराइली मीडिया येरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, आर्मेनिया(Armenia) ने भारत के साथ करीब 1.2 बिलियन डॉलर (लगभग ₹10 हजार करोड़) में 12 तेजस विमान खरीदने की बातचीत फिलहाल रोक दी है। यह फैसला 21 नवंबर को दुबई एयरशो के दौरान हुए तेजस हादसे के बाद लिया गया, जिसमें भारतीय पायलट विंग कमांडर नमांश सियाल की मृत्यु हो गई थी। यह डील अंतिम चरण में थी और तेजस के लिए यह पहला बड़ा निर्यात सौदा साबित हो सकती थी। हालांकि, इस मामले पर न तो आर्मेनिया सरकार और न ही भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी आई है

तेजस की विशिष्ट खूबियां और उन्नत संस्करण की तैयारी

तेजस(Tejas) को भारतीय वायुसेना(Air Force) के पुराने मिग-21 (MiG-21) विमानों को बदलने के लिए विकसित किया गया है। अपनी कुछ खासियतों के कारण यह अन्य फाइटर जेट्स से अलग है: इसमें 50% स्वदेशी कलपुर्जे लगे हैं; इसमें इजराइल का EL/M-2052 रडार लगा है, जो एक साथ 10 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है; इसमें बेहद कम जगह (460 मीटर) के रनवे से टेकऑफ करने की क्षमता है; और यह भारतीय बेड़े के जेट्स में सबसे हल्का (6500 किलोग्राम) है। वर्तमान में, वायुसेना में केवल 40 तेजस विमानों की पहली किस्त शामिल है। अब इसका उन्नत संस्करण तेजस A1 बनाया जा रहा है, जिसमें इजराइली कंपनी IAI-Elta का AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और राफेल द्वारा बनाई गई डर्बी मिसाइलें जैसी आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी।

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बार-बार होते हादसे और भारतीय रक्षा तैयारियों पर असर

दुबई एयर शो का क्रैश, पिछले 20 महीनों में तेजस(Tejas) का दूसरा हादसा था, इससे पहले मार्च 2024 में राजस्थान के जैसलमेर में भी एक तेजस क्रैश हुआ था (हालांकि तब पायलट सुरक्षित इजेक्ट कर गए थे)। बार-बार होते ये हादसे न केवल विदेशी सौदों पर नकारात्मक असर डाल रहे हैं, बल्कि भारतीय वायुसेना में पुराने मिग-21 बेड़े को बदलने की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। गौरतलब है कि देश की रक्षा तैयारियों और स्वदेशी क्षमताओं को दर्शाने के लिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2022 को इस फाइटर प्लेन में उड़ान भरी थी, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की फाइटर प्लेन में पहली उड़ान थी। ऐसे में, सौदे का रुकना भारत के रक्षा निर्यात प्रयासों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

आर्मेनिया ने भारत से तेजस जेट खरीदने की बातचीत क्यों रोकी है? यह डील कितने की थी?

इजराइली मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आर्मेनिया ने यह फैसला 21 नवंबर को दुबई एयर शो के दौरान भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान तेजस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लिया है, जिसमें पायलट की मौत हो गई थी। यह संभावित डील लगभग 1.2 बिलियन डॉलर (₹10 हजार करोड़) की थी, जिसके तहत भारत से 12 तेजस विमान खरीदे जाने थे।

तेजस फाइटर जेट की वह कौन सी चार खूबियां हैं जो इसे खास बनाती हैं?

तेजस(Tejas) की चार प्रमुख खूबियां ये हैं:
इसके 50% कलपुर्जे भारत में ही तैयार किए गए हैं।
यह इजराइल की EL/M-2052 रडार से लैस है, जो एक साथ 10 लक्ष्यों पर नज़र रख सकती है।
इसमें बेहद कम दूरी (460 मीटर) के रनवे से भी टेकऑफ करने की क्षमता है।
यह भारतीय बेड़े के टॉप फाइटर जेट्स में सबसे हल्का (सिर्फ 6500 किलोग्राम) है।

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