Hindi News: कैंसर का दर्द हंसते-हंसते सह गई वो… 14 साल की जूजा बेने की मौत से दुनिया रो पड़ी!

By Vinay | Updated: September 24, 2025 • 12:00 PM

११ साल की लड़की ने लड़ा कैंसर की जंग, लाखों को सिखाया जिंदगी जीना

विस्कॉन्सिन, अमेरिका: एक मासूम बच्ची की हंसी ने पूरी दुनिया को हिला दिया। 14 साल की जूजा बेने, जो 3 साल की उम्र से ही कैंसर की चपेट में थी, सोमवार सुबह इस दुनिया को अलविदा कह गई। 11 साल तक दर्द की जंग लड़ती रहीं, लेकिन कभी मुस्कान नहीं छोड़ी। इंस्टाग्राम पर 18 लाख फॉलोअर्स वाली ये ‘इंस्पिरेशनल इन्फ्लुएंसर’ अपनी कहानी से लाखों को सिखा गईं कि दर्द में भी जिंदगी कैसे जी जाती है। जूजा की मौत की खबर से सोशल मीडिया पर सैलाब सा आ गया – लोग रो रहे हैं, याद कर रहे हैं।

3 साल की उम्र में कैंसर का वार, लेकिन हार न मानी जूजा ने

जूजा बेने का सफर 2014 में शुरू हुआ, जब वो महज 3 साल की थीं। एक्यूट मायलॉइड ल्यूकेमिया (AML) नामक खतरनाक कैंसर ने उन्हें जकड़ लिया। हॉस्पिटल के बेड, दवाइयों की सुइयां, कीमोथेरेपी का दर्द – ये सब जूजा का रोज का साथी बन गया। लेकिन इस छोटी बच्ची ने कभी सिर नहीं झुकाया। वो कहतीं, “कैंसर ने मुझे सिखाया कि छोटी-छोटी खुशियों के लिए शुक्रगुजार रहो। अच्छा खाना, नई हेयरस्टाइल, फैमिली और पेट्स – यही तो जिंदगी के सबसे बड़े जॉय हैं।”

अमेरिका के विस्कॉन्सिन में रहने वाली जूजा ने अपनी जिंदगी को एक मिसाल बना दिया। वो न सिर्फ कैंसर से लड़ीं, बल्कि दूसरी बच्चों को भी हिम्मत दी। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैंने इंस्टाग्राम इसलिए शुरू किया ताकि अपनी जर्नी शेयर कर सकूं और उन बच्चों की मदद कर सकूं जो मेरी तरह कैंसर से जूझ रहे हैं।”

‘GRWM’ वीडियोज से बनीं स्टार: दर्द के बीच भी मेकअप और स्किनकेयर की बातें

जूजा का इंस्टाग्राम अकाउंट ‘zuzas_way_to_healing’ उनके दर्द और हिम्मत की डायरी था। यहां वो अपनी जर्नी शेयर करतीं – ट्रीटमेंट की अपडेट्स, दर्द की कहानियां और खुशी के पल। उनकी ‘Get Ready With Me (GRWM)’ सीरीज तो सुपरहिट हो गई! इन वीडियोज में वो स्किनकेयर, मेकअप, हेयरस्टाइल बतातीं और बीच-बीच में अपनी हेल्थ अपडेट देतीं। इतनी मासूमियत और ईमानदारी से बोलतीं कि लाखों लोग कनेक्ट हो जाते। 18 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स ने उन्हें ‘होप की सिम्बल’ बना दिया। हर उम्र के लोग उनके वीडियोज देखते, शेयर करते और सीखते।

अपने आखिरी दिनों में भी जूजा ने हार नहीं मानी। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “मैं लगातार दवाइयां ले रही हूं क्योंकि बॉडी बहुत दर्द कर रही है। चल भी नहीं पा रही।” लेकिन फिर भी, वो मुस्कुराती रहीं। उनके वीडियोज में वो कहतीं, “कैंसर ने मुझे सिखाया कि जिंदगी को मुस्कान से जियो।”

आखिरी सांस तक हिम्मत, फैमिली का दिल टूटा: ‘जूजा ने हमें जीना सिखाया’

सोमवार सुबह जूजा की जिंदगी खत्म हो गई। फैमिली ने इंस्टाग्राम पर ब्रोकन हार्ट इमोजी के साथ पोस्ट किया: “टूटे दिल और भारी आत्मा के साथ सूचना देते हैं कि जूजा अब हमारे साथ नहीं है। उन्होंने अपनी 14 साल की जिंदगी में से 11 साल कैंसर के साथ गुजारे, लेकिन इसी दौरान उन्होंने हमें जीने का असली मतलब सिखाया। उनकी मौजूदगी ने हमें हमेशा के लिए बदल दिया, और उनकी विदाई भी हमें बदल देगी।”

फैमिली ने फूलों की बजाय उनके हाल ही में गुजरे अंकल के परिवार को डोनेशन करने की अपील की। ये जूजा की करुणा को दिखाता है। सोशल मीडिया पर फैंस रो रहे हैं – “वो इतनी लवली थीं, आंसू रुक ही नहीं रहे।” एक यूजर ने लिखा, “जूजा, तुमने दर्द को मुस्कान से सहना सिखाया। उम्मीद है अब तुम दर्द-रहित दुनिया में हो।”

जूजा की विरासत: दुनिया ने खोया एक सितारा, लेकिन मिली जिंदगी का सबक

जूजा सिर्फ एक कैंसर सर्वाइवर नहीं थीं, वो एक टीचर थीं। उन्होंने सिखाया कि दर्द में भी खुशी ढूंढो, छोटी बातों में शुक्रिया अदा करो। उनकी कहानी ने मिलियंस को इंस्पायर किया – बच्चे, बड़ों, कैंसर पेशेंट्स सबको। आज दुनिया रो रही है, लेकिन जूजा की मुस्कान हमेशा जिंदा रहेगी। क्या आपने कभी सोचा, इतनी छोटी उम्र में कोई इतना बड़ा सबक दे जाए?

जूजा बेने की स्टोरी हमें याद दिलाती है – जिंदगी छोटी हो या लंबी, लेकिन जीने का तरीका बड़ा होना चाहिए।

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