वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक (Executive Order) (कार्यकारी आदेश) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे चीन से आयातित वस्तुओं पर पहले से प्रस्तावित भारी टैरिफ (आयात शुल्क) अब अगले 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है।इस फैसले की जानकारी सोमवार शाम को व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने (CNBC) को दी।
क्या था मामला?
- ट्रंप प्रशासन ने पहले चीन से आयात होने वाली सैकड़ों वस्तुओं पर भारी शुल्क लगाने का निर्णय लिया था।
- लेकिन कुछ समय पहले इसे अस्थायी रूप से रोका गया था ताकि दोनों देशों के बीच व्यापारिक बातचीत को मौका मिल सके।
- यह “टैरिफ रोक” (Tariff Pause) अवधि सोमवार रात 12 बजे समाप्त होने वाली थी।
ट्रंप ने ठीक मध्यरात्रि से कुछ घंटे पहले इस नए आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए, जिससे टैरिफ की समयसीमा को 3 महीने (90 दिन) और बढ़ा दिया गया।
पीछे की वजह: अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता
यह फैसला अमेरिका और चीन के बीच हाल ही में हुई व्यापार वार्ता के सकारात्मक परिणाम के तौर पर देखा जा रहा है। दोनों देशों के व्यापार प्रतिनिधियों की बैठक पिछले महीने स्टॉकहोम (स्वीडन) में हुई थी। बैठक में यह सहमति बनी कि अभी टैरिफ नहीं बढ़ाए जाएंगे और बातचीत जारी रखी जाएगी ।
टैरिफ क्या है?
क्या होता है Tariff? टैरिफ एक तरह का टैक्स ही है, जो कोई भी देश अपने आयात पर वसूलता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट उस देश की सीमा में बनाए जाएं। वहीं देश के कारीगरों, किसानों और व्यापारियों को किसी तरह का नुकसान न हो।
चीन से भारत में कितना प्रतिशत आयात होता है?
जबकि आयात में बड़ा इजाफा देखने को मिला। अगस्त 2024 में चीन को भारत का निर्यात 22.44 प्रतिशत घटकर सिर्फ 1 अरब डॉलर रहा जबकि आयात 15.55 प्रतिशत बढ़कर 10.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
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